रायपुर (अविरल समाचार). सप्रे स्कुल मैदान : छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में ऐतिहासिक बुढातालाब का सौन्दर्यीकरण किया जा रहा हैं. जिसमे माधवराव सप्रे और दानी स्कुल के मैदान को छोटा किया जा रहा हैं. जिसे लेकर जनता पिछले कुछ दिनों से जनता सडको पर आई हुई हैं. और एक गैर राजनीतिक विरोध जारी हैं. कोरोना वायरस के इस संक्रमण काल में भी आम जनता जान हथेली पर लेकर विरोध कर रही हैं.
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विशेष कर सप्रे स्कुल के ऐतिहासिक मैदान को जिस प्रकार दुबारा छोटा जिया किया जा रहा हैं उसे लेकर वार्ड की जनता के साथ शहर के खेल संघो में भावनात्मक आक्रोश हैं. इस मैदान से कई खेल और राजनीतिक स्मृतियां जुडी हैं. पिछले कुछ दिनों से हो रहें प्रदर्शन में शुद्ध रूप से जनता सड़कों पर आ रही हैं. सैकड़ों की संख्या में लोग लगातार विरोध दर्ज करवा रहें हैं और प्रशासन भी रात में पुलिस के कड़े पहरे में काम करवा रहा हैं.
वार्ड पार्षद डॉ. सीमा कंदोई का कहना हैं कि तालाब का सौन्दर्यीकरण किया जाए हम इसका स्वागत करते हैं लेकिन एक को सवांरने के लिए दो धरोहर को समाप्त करना सर्वथा अनुचित हैं. जिसमे सप्रे स्कुल का मैदान तो छत्तीसगढ़ राज्य के लिए अनमोल हैं क्योंकि राज्य बनाने के लिए हम सभी के श्रद्धेय देश के पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटलबिहारी बाजपेयी ने इसी स्थान से घोषणा की थी. इस दृष्टि से उस स्थान को यथावत रखा जाए.
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खेल संघ से जुड़े अनेक खिलाडियों और वार्ड के आम नागरिकों का कहना हैं कि राजधानी रायपुर में पहले ही खेल के मैदान कम हैं. जिसमे शहर के मध्य बच्चों के खेलने के लिए तो केवल सप्रे स्कुल का मैदान ही बचा हैं यदि इसे और छोटा कर दिया गया तो शहर में बच्चों के खेलने के लिए कोई स्थान ही नहीं होगा. इस मैदान के लिए एक वर्ष पूर्व ही करोडो रु. खर्च कर इसे आम जनता के लिए और उपयोगी बनाया गया था. अब इसे पुनः नष्ट कर हमारे पैसों की और बर्बादी क्यों ?
कुछ वर्ष पूर्व भी बुढातालाब के सौन्दर्यीकरण की योजना बनी थी और उसमे भी सप्रे स्कुल के मैदान को छोटा करने के लिए कार्य प्रारंभ कर दिया गया था. जिसे विरोध होने के बाद रोक दिया गया. जिसके बाद तालाब का सौन्दर्यीकरण भी ठंडे बसते में चला गया. अब फिर वो ही कार्य किया जा रहा हैं उसी स्थान पर तो सवाल ये उठता हैं कि क्या तालाब का सौन्दर्यीकरण बीना सप्रे स्कुल के मैदान को छोटा किये हो ही नहीं सकता क्या ?
जनप्रतिनिधियों को भी नहीं लिया जा रहा विशवास में
प्राप्त जानकारी के अनुसार जनप्रतिनिधियों को भी इस प्रोजेक्ट के बारे में जानकारी देकर विशवास में नहीं लिया गया. पार्षद, विधायक और सांसद को भी इस बारे में काम प्रारंभ होने और विरोध होने के बाद पता चला. सभी जनप्रतिनिधि भाजपा के हैं. जिस वार्ड में काम हो रहा हैं स्वामी विवेकानंद सदर बाजार से पार्षद सीमा कंदोई हैं और ये भाजपा के दबंग नेता बृजमोहन अग्रवाल का दक्षिण विधानसभा क्षेत्र हैं. सांसद सुनील सोनी हैं. भाजपा पार्षद दल के द्वारा जब इस मामले पर आपति दर्ज कराई गई तो उन्हें रविवार को पुरे प्रोजेक्ट की जानकारी अपर आयुक्त पुलक भट्टाचार्य द्वारा दी गई हैं. जिसमे पार्षद दल ने सप्रे स्कुल के मैदान को छोटा करने का विरोध किया है और अपने सुझाव भी दिए हैं.
महापौर की पत्रकार वार्ता सोमवार को
इस संबंध में रायपुर नगर निगम के महापौर एजाज ढेबर सोमवार की दोपहर 1 बजे नगर निगम मुख्यालय में एक पत्रकारवार्ता लेकर पुरे प्रोजेक्ट के बारे में जानकारी देने वाले हैं जिसमे पूर्व महापौर और वर्तमान सभापति प्रमोद दुबे और प्रभारी कलेक्टर एवं निगम कमिश्नर सौरभ कुमार भी मौजूद रहेंगे.
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