नई दिल्ली (एजेंसी)। असम से अरुणाचल प्रदेश के लिए रवाना हुए वायुसेना के लापता विमान एएन-32 का चार दिन बाद भी कोई सुराग नहीं लग सका है। इस बीच अरुणाचल प्रदेश के एक गांव के लोगों ने सोमवार को ही एक पहाड़ी से गहरे काले धुएं के गुब्बार को देखने का दावा किया है। विमान सोमवार दोपहर से लापता है और इसमें 8 क्रू सदस्यों समेत 13 लोग सवार थे। अधिकारी ग्रामीणों के दावे की पुष्टि करने की कोशिश कर रहे हैं। लापता विमान की तलाशी अभियान बृहस्पतिवार को भी जारी रहा। अरुणाचल के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने सियांग, वेस्ट सियांग, निचले सियांग और शी-योमी जिलों के डिप्टी कमिश्नरों के साथ बैठक की और उन्हें तलाशी अभियान में तेजी लाने का निर्देश दिया।
सियांग और वेस्ट सियांग जिलों के अधिकारियों ने तीन टीमों का गठन किया है। इस बीच डीजीपी एसबीके सिंह ने मुख्यमंत्री कार्यालय को बताया कि तूमबिन गांव के तीन ग्रामीणों ने दावा किया है कि उन्होंने सोमवार दोपहर को सियांग जिले में मोलो गांव की ओर की एक पहाड़ी से गहरा काला धुआं निकलते देखा था। इसकी पुष्टि कराई जा रही है।
रूस निर्मित वायुसेना का एएन-32 विमान का असम के जोरहाट से चीन की सीमा से लगते मेचुका के लिए उड़ान भरने के बाद संपर्क टूट गया था। मेचुका अरुणाचल के शी-योमी जिले का मुख्यालय है। सियांग और वेस्ट सियांग प्रशासन द्वारा गठित टीमों में 3 से 4 स्थानीय लोगों को शामिल किया गया है।
ये लोग तूमबिन गांव के नजदीक बायोर आदि पहाड़ी रेंज, मोलो गांव के पास परी आदि पहाड़ी रेंज और मोलो तथा तूमबिन के बीच सिबिर-वीरगोंग पहाड़ी रेंज का चप्पा-चप्पा छानेंगे। अधिकारियों को कहना है कि तलाशी अभियान में लगी टीमों को हर जरूरी मदद की जा रही है। बुधवार को बायोर आदि पहाड़ी रेंज गई टीम बिना कोई खबर हासिल किए वापस आ गई।