नई दिल्ली (एजेंसी)। नरेंद्र मोदी को फिर से पीएम बनाने की बात कहकर राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह बुरे फंस गए हैं। चुनाव आयोग ने कल्याण सिंह के एक बयान को आचार संहिता का उल्लंघन माना है। अब चुनाव आयोग राष्ट्रपति से इसकी शिकायत कर सकता है। कल्याण सिंह ने पिछले दिनों बीजेपी कार्यकर्ताओं से नरेंद्र मोदी को फिर से प्रधानमंत्री बनाने के लिए कहा था।
23 मार्च को अपने अलीगढ़ दौरे के दौरान मीडिया से बात करते हुए कल्याण सिंह ने कहा था, ‘मोदी को फिर से केंद्र में प्रधानमंत्री बनना चाहिए।’ उन्होंने कहा था, ‘हम चाहते हैं कि बीजेपी विजेता के रूप में उभरे। मोदी के लिए यह बहुत जरूरी है कि वह फिर से प्रधानमंत्री बनें ताकि पूरे समाज का फायदा हो.।’
इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ और कांग्रेस ने तुरंत पर इस पर कड़ी आपत्ति जाहिर की। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर कहा, ‘व्यक्तिगत तौर पर हम कल्याण सिंह का बहुत सम्मान करते हैं, वह न केवल हमारे राज्य के राज्यपाल हैं बल्कि एक वरिष्ठ नेता भी हैं। मैंने पढ़ा कि उन्होंने एक राजनीतिक बयान दिया है, जिसमें उन्होंने कहा कि हम सभी बीजेपी कार्यकर्ता नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री के रूप में फिर से चुनाव के लिए उनका समर्थन करते हैं।’
उन्होंने कहा, ‘राज्यपाल का पद एक संवैधानिक पद है और लोकतंत्र में ऐसी उम्मीद की जाती है कि राज्यपाल दलगत राजनीति से ऊपर रहेंगे और राजनीति दलों से दूरी बनाए रखेंगे। यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि सिंह ने ऐसा बयान दिया है, जो उनके पद की गरिमा से मेल नहीं खाता है।’
विरोधियों ने राज्यपाल जैसे गरिमामयी पद से इस तरह की टिप्पणी को अनुचित ठहराया। इसको आचार संहिता का उल्लंघन भी बताया। इसकी शिकायत मिलते ही चुनाव आयोग ने जिला निर्वाचन अधिकारी एवं जिलाधिकारी चंद्रभूषण सिंह से मौखिक जानकारी मांगी। इसके बाद आयोग ने तथ्यों की जांच की और इसे आचार संहिता का उल्लंघन माना।