रमन और भाजपा की आस्था लोकतंत्र में नहीं तानाशाही में : कांग्रेस
अपनी हार सुनिश्चित देख कहानी लिख रही कांग्रेस : संजय श्रीवास्तव
रायपुर (अविरल समाचार). कांग्रेस ने आज भाजपा और मुख्यमंत्री पर तीखा हमला किया है. कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी, कांग्रेस नेता रूचिर गर्ग, डॉ. राकेश गुप्ता, प्रवक्ता किरणमयी नायक ने एक संयुक्त पत्रकारवार्ता में कहा कि विपक्षी दल की तरह कांग्रेस ने अपनी राजनीतिक भूमिका का निर्वहन पिछले पंद्रह वर्षों में किया और सरकार की कमियों, कमज़ोरियों को उजागर किया लेकिन सरकार ने विरोध को कुचलने के लिए बदले की भावना से पुलिसिया और प्रशासनिक आतंक का सहारा लिया। इससे साबित हो चुका है कि भाजपा और खासकर रमन सिंह की आस्था लोकतंत्र में नहीं बल्कि तानाशाही में है। इस मामले के भाजपा प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने कहा कि कांग्रेस को अपनी हार सुनिश्चित नजर आ रही हैं इसलिए वो ये कहानी लिख रही है. जिस पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र ही नहीं है वो क्या भाजपा और मुख्यमंत्री को इसका पाठ पढ़ाएंगे.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल के खिलाफ चुनाव आयोग में विरोध प्रदर्शन करने को लेकर मामला दर्ज होने के बाद आज कांग्रेस आक्रमक मुद्रा में नजर आई. कांग्रेस नेताओं ने चुनाव आयोग पर भी पक्षपात पूर्ण कार्यवाही करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी द्वारा फर्जी लेटर बनाकर 420 करने, जाति से जाति को लड़ाने की कोशिशों पर खामोशी और अब तक का सप्रमाण शिकायतों पर कोई कार्यवाही नहीं की गई और भगवान राम का नाम लेने पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पर जुर्म दर्ज करना ठीक नहीं है. अन्य कई मामलों में भी निर्वाचन पदाधिकारी से तत्काल कार्यवाही अपेक्षित थी जो नहीं की गयी।
भाजपा प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने कहा कि भूपेश बघेल और कांग्रेस से हमें लोकतंत्र का पाठ पढने की आवश्यकता नहीं हैं. कांग्रेस को पांचो राज्यों में अपनी हार नजर आ रही हैं. और इस हार का ठीकरा फोड़ने के लिए वो लगातार कोई न कोई आरोप लगा रही है. जिसे अपने विधायकों, कार्यकर्ताओं पर विशवास नहीं हैं, जिसे ईवीएम, वीवीपेट, पर विशवास नहीं है. वो लोकतंत्र की क्या बात करेंगे. कांग्रेसियों का मानसिक संतुलन बिगड़ गया है. वे आज-तक मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह पर कोई भी आरोप प्रमाणित नहीं कर पाए है. प्रदेश की जनता की आस्था और विशवास दोनों मुख्यमंत्री जी के साथ है इसीलिए हम लगातार 15 वर्षों से विकास की इबारत लिख रहे हैं और आगे भी लिखते रहेंगे. उन्होंने कहा कि ये लोकतंत्र के हित में नहीं है की चुनाव आयोग जैसी स्वतंत्र संस्था पर पक्षपात का आरोप लगाये. जहाँ तक भूपेश बघेल के खिलाफ मामला दर्ज होने की बात है तो संस्थायें अपना काम कर रहीं है केवल कांग्रेस पर ही नहीं भाजपा और उसके नेताओं के खिलाफ भी मामला बना है और उन्हें भी नोटिस दिया गया है.
कांग्रेस नेताओं ने सवाल उठाया की केवल भूपेश बघेल ही निशाने पर क्यों हैं ? क्योंकि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद से बघेल ने रमन सरकार को चैन से बैठने नहीं दिया। नान घोटाले से लेकर अंतागढ़ में लोकतंत्र चीरहरण तक सरकार के सारे घोटाले उन्होंने ही उजागर किए। कांग्रेस के संघर्ष की वजह से ही आदिवासियों की ज़मीन हड़पने के लिए पारित हुआ विधेयक वापस लेना पड़ा और पंचायतों का 14वें वित्त आयोग का पैसा वापस देना पड़ा। यही वजह है कि रमन सरकार ने लगातार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल के खिलाफ षडयंत्रों का सिलसिला चला रखा है।उन्होंने कहा कि झूठे मामले मुकदमे का यह खेल अब छत्तीसगढ़ में जल्द ही समाप्त होगा.अब तो चुनाव हो चुके। जनता अपना मत दे चुकी।जल्दी ही भाजपा सरकार की विदाई हो जाएगी और भारी बहुमत से कांग्रेस की सरकार बनने जा रही है।