नई दिल्ली(एजेंसी): कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित देश के दो राज्यों महाराष्ट्र और गुजरात पर अब एक और बड़ा खतरा मंडरा रहा है. ये खतरा है चक्रवाती तूफान निसर्ग का, जो इन दोनों राज्यों के कुछ हिस्सों से टकरा चुका है. अब इन दोनों राज्यों के तटीय इलाकों में तेज बारिश हो रही है. मौसम विभाग ने 4 जून से स्थितियों के और खराब होने की आशंका जताई है. मौसम विभाग का कहना है कि उत्तरी महाराष्ट्र और दक्षिणी गुजरात के इलाकों में करीब 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल सकती है. इसको लेकर महाराष्ट्र और गुजरात सरकार अपनी-अपनी तैयारियां कर रही हैं. भारतीय नौसेना, इंडियन कोस्ट गार्ड और एनडीआरएफ की टीमें तैयार हैं.
लेकिन ऐसी स्थिति में आम आदमी को भी सतर्क रहने की ज़रूरत होती है. तैयार रहने की ज़रूरत होती है. कुछ एहतियात बरतने की ज़रूरत होती है. तूफान और चक्रवात की स्थिति में सरकार की ओर से बहुत सी गाइडलाइंस जारी होती हैं, जिन्हें फॉलो करने की ज़रूरत होती है. ऐसे में हम आपको ये बताने की कोशिश कर रहे हैं कि जब भी तूफान या चक्रवात की स्थिति हो तो आपको क्या करना चाहिए और क्या बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए. नेशनल साइक्लोन रिस्क मिटिगेशन प्रोजेक्ट (NCRMP) ने इसके लिए विस्तृत गाइडलाइंस जारी की हैं.
तूफान या चक्रवात आने की स्थिति में टीवी या रेडियो के जरिए खबरों को सुनते रहिए.
सरकार की ओर से जारी चेतावनियों को ध्यान से सुनिए. इससे किसी तरह की आपातकालीन स्थिति में आपको मदद मिल सकेगी.
आपके पास जो भी सूचना हो, उसे औरों तक भी पहुंचाते रहिए.
जब तक आधिकारिक तौर पर पुष्टि न हो जाए, किसी खबर पर भरोसा मत करिए.
तूफान आने की स्थिति में जितना जल्दी संभव हो, समुद्री किनारे से दूर हो जाइए.
अपने घर में भी जो सबसे सुरक्षित जगह हो, वहीं पर पनाह लीजिए. अगर सरकार की ओर से खतरे को देखते हुए घर को खाली करने को कहा जाए, तो बिना झिझके घर को खाली कर देना चाहिए, ताकि ज़िंदगी बची रहे.
अगर घर में हैं, तो खिड़की-दरवाजों को कसकर बंद कर दीजिए और उनके पीछे कोई भारी चीज रख दीजिए. सिर्फ खिड़की-दरवाजों की कुंडियों के भरोसे मत रहिए.
तूफान के वक्त घर में बिजली का मेन स्विच ऑफ कर दीजिए. रोशनी के लिए टॉर्च, मोमबत्ती और माचिस का इस्तेमाल करिए.
अगर घर में गैस पाइप लाइन के जरिए आती हो तो उसकी मेन सप्लाई भी बंद कर दीजिए.
घर में पीने के पानी का पर्याप्त इंतजाम कर लीजिए. खाने की ऐसी चीजें भी स्टोर कर लीजिए जिन्हें पकाना न पड़े.
घर में फर्स्ट ऐड की किट तैयार रखिए, ताकि अगर तूफान के वक्त छोटी-मोटी चोट लग जाए या थोड़ी सी तबीयत खराब हो जाए तो बाहर जाने की नौबत न आए.
तूफान के वक्त बच्चों और बुजुर्गों की सेहत का खास खयाल रखिए.
अगर तूफान में घर खाली करने की नौबत आ जाए तो ज़रूरी सामान पैक करिए, अगले कुछ दिनों के लिए खाने-पीने का सामान इकट्ठा करिए और बच्चों-बजुर्गों की दवाइयों के साथ बचावकर्मियों की बताई जगह पर चले जाइए.
इस दौरान अपने घर की और अपनी संपत्ति की बिल्कुल भी चिंता मत करिए. जब तक कहा न जाए, अपने घर वापस मत लौटिए.
अपने लोगों से संपर्क में रहने के लिए अपने मोबाइल को चार्ज में रखिए. बात करने की बजाए एसएमएस का इस्तेमाल करिए.
अगर घर के बाहर हैं और तूफान में फंस गए हैं, तो बचने के लिए किसी पेड़ का सहारा मत लीजिए. जितनी जल्दी हो सके किसी कंक्रीट के मकान के नीचे आने की कोशिश करिए.
अगर कार में हैं और तूफान आ गया है तो कार के खिड़की-दरवाजे बंद कर लीजिए, रेडियो ऑफ करिए और कार को किसी मकान के नीचे पार्क करने की कोशिश करिए. कभी भी कार को पेड़ के नीचे मत रोकिए.
अगर आप मछली पकड़ने वाले हैं और आपका काम समंदर में मछली पकड़ना है तो तूफान के दौरान समंदर के किनारों पर जाने से बचिए.
अगर तूफान या चक्रवात के दौरान आप ये सावधानियां रखते हैं तो आपको नुकसान होने की गुंजाइश बेहद कम हो जाती है. तूफान के दौरान घबराइए नहीं, सतर्क रहिए. आप हमेशा सुरक्षित रहेंगे.