लंदन (एजेंसी)। दुनिया की सबसे बड़ी सोशल मीडिया साइट फेसबुक पर एक बार फिर बड़ा आरोप लगा है। खबर है कि फेसबुक ने अपने 8.7 करोड़ यूजर्स की जानकारी किसी अन्य कंपनी के साथ शेयर की है और इसके लिए फेसबुक पर अरबों डॉलर्स का जुर्माना भी लगाया जा सकता है। दरअसल यह मामला भी पॉलिटिकल कंसल्टिंग फर्म कैंब्रिज एनालिटिका से ही जुड़ा है। कहा जा रहा है कि फेसबुक ने कैंब्रिज एनालिटिका को गलत तरीके से अपने 8.7 करोड़ यूजर्स की निजी जानकारी दी है। फेसबुक के इस डाटा लीक मामले की जांच कर रही फेडरल ट्रेड कमीशन (FTC) ने कहा है कि फेसबुक ने 2011 में तैयार हुए सेफगार्ड यूजर्स प्राइवेसी के नियमों का उल्लंघन किया है।
बता दें कि कैंब्रिज एनालिटिका के साथ यूजर्स का डाटा शेयर करने को लेकर पिछले साल फेसबुक पर ब्रिटेन के सूचना आयुक्त कार्यालय (आईसीओ) ने पांच लाख पाउंड का जुर्माना लगाया था जो कि अधिकतम जुर्माना था। आईसीओ ने कहा था कि उसकी जांच में पता लगा कि फेसबुक ने 2007 से 2014 के बीच यूजर्स की निजी जानकारी का उपयोग उनकी सहमति के बिना ही एप्लिकेशन डेवलपरों को करने की अनुमति दे दी।
गौरतलब है कि इससे पहले पिछले साल गूगल पर यूरोपियन यूनियन ने 5.1 बिलियन यूरो यानि करीब 344 अरब रुपये का जुर्माना लगाया था जो कि गूगल के इतिहास में उसपर लगने वाला अबतक का सबसे बड़ा जुर्माना है। गूगल पर जुर्माने का फैसला उस आरोप के बाद हुआ है जिसमें कहा गया था कि गूगल ने एंड्रॉयड फोन में अपने एप को जबरदस्ती इंस्टॉल करवाए हैं और गलत तरीके से सर्च इंजन को पहले के मुकाबले मजबूत बनाया है। हालांकि ऐसा नहीं है कि गूगल को जुर्माना देना ही होगा, गूगल इसके खिलाफ अपना पक्ष रखते हुए अपना दावा भी पेश कर सकता है।