अरुण वोरा ने छत्तीसगढ़ के कोल ब्लाकों से एडिशनल लेवि का भी मुद्दा उठाया
रायपुर (अविरल समाचार). छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) विधानसभा (Vidhan Sabha) के बजट सत्र 2020 (Budget Session 2020) के दुसरे दिन कांग्रेस (Congress) के वरिष्ठ विधायक अरुण वोरा ने प्रदेश में घट रही बाघों कि संख्या पर चिंता जताई. इस विषय पर उन्होंने वन मंत्री से टाईगर रिज़र्व व वर्ष वार बाघों की संख्या पर सवाल किया था. जिस पर वन मंत्री मो. अकबर ने लिखित जवाब में बताया कि राज्य के 3 टाइगर रिज़र्व में वर्ष 2006 और 2010 में 26 बाघों की गिनती की गई थी जो बढ़ कर 2014 में 46 हुई किन्तु 2018 में यह संख्या घट कर 19 रह गई।
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दुर्ग शहर के विधायक अरुण वोरा (Arun Vora) ने कहा कि वर्ष 2019-20 में 11 करोड़ 93 लाख की राशि खर्च किए जाने के बाद भी बाघों की संख्या में कमी आने का क्या कारण है उन्होंने मध्यप्रदेश का उल्लेख करते हुए बताया कि बीते 4 वर्ष में 308 की तुलना में मप्र में 526 बाघ बढ़े हैं। पर्यावरण का संतुलन बनाए रखने के लिए 44 प्रतिशत वनों से आच्छादित राज्य में बाघों की घटती संख्या चिंतनीय विषय है।
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साथ ही उन्होंने राज्य के कोल ब्लाकों से केंद्र द्वारा राज्य को मिलने वाले रॉयल्टी की जानकारी भी मुख्यमंत्री से मांगते हुए कोल ब्लाकों से एडिशनल लेवि का भी सवाल उठाया। जिसपर मुख्यमंत्री ने एडिशनल लेवि की दर 295 रु प्रति टन के हिसाब से जमा किया जाना बताया।
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