नई दिल्ली (एजेंसी)। TrueCaller एक पॉपुलर ऐप है और शायद आप भी इसे यूज करते होंगे। एक रिपोर्ट के मुताबिक TrueCaller के यूजर्स का डेटा डार्क वेब पर बेचा जा रहा है। इस डेटा में यूजर्स के नाम, ईमेल एड्रेस और फोन नंबर्स शामिल हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि दुनिया भर में ट्रू कॉलर का डेटा लीक किया गया है।
ये रिपोर्ट एक साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट के हवाले से है। ये साइबर एक्सपर्ट जो हैं वो डार्क वेब में चल रहे इस तरह के ट्रांजैक्शन पर नजर रखते हैं। इस रिपोर्ट में उन्होंने कहा है कि Truecaller के भारतीय यूजर बेस में से लगभग 60-70 फीसदी डेटा बेचा जा रहा है। आपको बता दें कि यहां Truecaller के यूजर्स की संख्या 140 मिलियन है।
इस सिक्योरिटी रिसर्चर ने कहा है कि यूजर्स का डेटा डार्क वेब पर लगभग 2,000 यूरो (1,55,000 रुपये) में बेचा जा जा रहा है। ग्लोबल यूजर्स का डेटा 25000 डॉलर (लगभग 20 लाख रुपये) में बेचा जा रहा है।
Truecaller के एक प्रवक्ता ने कहा है कि हाल ही में हमे ये पता चला है कि कुछ यूजर्स अपने अकाउंट के साथ छेड़छाड़ कर रहे हैं। इसे लेकर कंपनी ये कन्फर्म कर सकती है कि कोई संवेदनशील यूजर इनफॉर्मेशन नहीं निकाले गए हैं, खास कर यूजर्स की पेमेंट और आर्थिक जानकारी।
हालांकि कंपनी के इस दावे के बाद भी साइबर एक्सपर्ट्स का मानना है कि इतने बड़े पैमाने पर डेटा ट्रू कॉलर का डेटाबेस ब्रीच करके की इकठ्ठा किया जा सकता है। ऐसा इसलिए, क्योंकि यह पहली बार नहीं है जब ट्रू कॉलर के डेटाबेस में सेंध लगी हो। इससे पहले भी ट्रू कॉलर से यूजर डेटा चोरी हो चुके हैं।
गौरतलब है कि ट्रू कॉलर ने पेमेंट से जुड़ी सर्विस भी शुरू की है। समस्या ये है कि अगर आप ट्रू कॉलर यूज कर रहे हैं तो जाहिर है आपके पूरे कॉन्टैक्ट्स ट्रू कॉलर के पास चले जाते हैं। इसलिए अगर आपका अकाउंट ब्रीच होता है, तो आपके फोनबुक के सारे कॉन्टैक्ट्स भी चोरी हो जाते हैं।