नई दिल्ली(एजेंसी ): एसबीआई का तोहफा (Gift of SBI) : कोरोना वायरस की वजह से जो आपदा उत्पन्न हुई है उसको देखते हुए भारतीय स्टेट बैंक ने बड़ी घोषणा की है. SBI ने आज रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा नीतिगत ब्याज दरों में कटौती का पूरा लाभ ग्राहकों को देने का फैसला किया है. इससे पहले शुक्रवार को RBI ने अर्थव्यवस्था में नकदी की तंगी दूर करने और कर्ज सस्ता करने के लिए रेपो रेट और बैंकों आरक्षित नकदी अनुपात (सीआरआर) में बड़ी कटौती की.
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RBI ने ने रेपो रेट में 75 बेसिस प्वाइंट की कटौती और रिवर्स रेपो रेट में 90 बेसिस प्वाइंट की कटौती की थी. अब RBI के ब्याज दरें घटाने के बाद ही देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक एसबीआई ने भी ब्याज दरें घटाने का ऐलान किया है. बैंक ने ब्याज दरों में 0.75 फीसदी की कटौती है, नई दरें 1 अप्रैल 2020 से लागू होंगी. वहीं SBI ने फिक्स्ड डिपॉजिट पर भी ब्याज दरों में कटौती की है, जिसे 28 मार्च से लागू कर दिया जाएगा. SBI ने विभिन्न अवधि के रिटेल एफडी (Retail FD) पर मिलने वाले ब्याज दर में 20 बेसिस प्वाइंट से लेकर 50 बेसिस प्वाइंट की कटौती की है. इससे होम लोन वालों को फायदा होगा. अब होम लोन लेने वाले ग्राहकों के लिए 30 साल की अवधि के EMI में प्रति लाख 52 रुपये की कमी आएगी.
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बता दें कि इससे पहले रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया ने लोगों को राहत दी थी. RBI के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बताया था कि रेपो रेट में 0.75 अंकों की कटौती की गई है. इस कटौती के बाद रेपो रेट 5.15 फ़ीसदी से 4.40 फ़ीसदी हो गई है. रेपो रेट में कटौती के बाद अलग-अलग बैंक अपने ब्याज दरों को घंटा सकते हैं. इससे सीधे तौर पर EMI पर असर होगा और आपको सस्ते में लोन भी मिल सकेगा.
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वहीं जिन लोगों ने पहले ही फ़्लोटिंग रेट पर जो भी हाउस, ऑटो या किसी और प्रकार के लोन ले रखे हैं उनकी EMI में भी इस कटौती का असर देखने को मिलेगा. इस कटौती की वजह से उन लोगों की EMI भी कम हो जाएगी और उन्हें राहत मिल सकेगी. आरबीआई ने यह कदम कोरोना वायरस महामारी के चलते देशभर में चल रहे लॉकडाउन को देखते हुए लिया है.
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हालांकि यह लोन के ब्याज दरों और EMI में कितनी कमी होगी. इसका महत्वपूर्ण फैसला बैंको पर निर्भर होता है. इसके लिए अब बैंकों की ओर लोग देख रह हैं. लेकिन रेपो रेट कम होने के बाद उम्मीद की जा रही है कि बैंक भी ब्याज दरों में जल्द ही कटौती की घोषणा कर सकते हैं.
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