कोलकाता (एजेंसी). सात साल का इंतजार खत्म, अब शुक्रवार से भारत में टेस्ट क्रिकेट के ‘गुलाबी’ होने की शुरुआत होने जा रही है। आईसीसी ने सात पहले क्रिकेट के पारंपरिक प्रारूप को दूधिया रोशनी में गुलाबी गेंद से खेलने की अनुमति प्रदान की थी। हालांकि इसकी शुरुआत चार साल पहले 2015 में ऑस्ट्रेलिया-न्यूजीलैंड के बीच एडिलेड ओवल में हुई थी। तब से आठ देश इसे खेल चुके थे। बाकी दो देश भारत और बांग्लादेश ईडन गार्डन में शुक्रवार से अपना पहला दिन-रात्रि टेस्ट खेलने जा रहे हैं।
कोलकाता का ईडन गार्डन्स एक और इतिहास रचने को लिए तैयार है. बांग्लादेश के खिलाफ शुक्रवार को दोपहर 12.30 बजे टॉस होते ही भारतीय क्रिकेट इतिहास में नया अध्याय जुड़ जाएगा. भारतीय टीम के लिए उसका 540वां टेस्ट बेहद खास है. वह पहली बार दिन-रात्रि टेस्ट खेलेगी वो भी अपने घर में और यह गौरव हासिल हुआ है ऐतिहासिक ईडन गार्डन्स को.
आलम यह है कि मुकाबले के लिए कोलकाता कई दिनों से गुलाबी रंग में ढल चुका है। कोलकाता क्रिकेट संघ के कार्यालय से लेकर ‘सिटी ऑफ जाय’ की इमारतें गुलाबी रोशनी से जगमगा रही हैं। 67 हजार की क्षमता वाले ईडन गार्डन के पहले चार दिन के सभी टिकट बिक चुके हैं।
भारत के पहले दिन-रात्रि टेस्ट को और रोशन करने के लिए संगीत कार्यक्रम भी होंगे। दोनों टीमें, पूर्व कप्तान, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी इसमें शामिल होंगी।
मैच दोपहर एक बजे से शुरू होगा। मैच के अंतिम दो सत्र दूधिया रोशनी में खेले जाएंगे। ऐतिहासिक टेस्ट को और यादगार बनाने के लिए बीसीसीआई ने पूर्व कप्तानों सुनील गावस्कर, भारत को अपनी कप्तानी में पहला विश्व कप दिलाने वाले कपिल देव, दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर, अनिल कुंबले को खास निमंत्रण भेजा है। चायकाल के अवकाश के समय विशेष गाड़ियां स्टेडियम में चक्कर लगाएंगी जिसमें पूर्व कप्तान विराजमान होंगे।
ईडन गार्डन्स का मैच विश्व क्रिकेट का 12वां डे-नाइट टेस्ट है. अब तक ऑस्ट्रेलिया ने सर्वाधिक 5 डे-नाइट टेस्ट खेले हैं. पाकिस्तान, वेस्टइंडीज, श्रीलंका और इंग्लैंड ने 3-3, न्यूजीलैड और साउथ अफ्रीका ने 2-2, जबकि जिम्बाब्वे ने एक टेस्ट मैच खेला है.
भारतीय टीम का अपने पहले दिन-रात्रि टेस्ट में पलड़ा भारी नजर आ रहा है। इंदौर में हुआ पहला टेस्ट भारत ने तीन दिन में पारी और 130 रन से जीता था। विराट ब्रिगेड के पास घर में लगातार 12वीं सीरीज जीतने का शानदार मौका है। खिलाड़ियों के लिए सूर्यास्त के बाद ओस भी चुनौती होगी। देखना दिलचस्प होगा कि किस तरह दोनों टीमें और मैदानकर्मी गुलाबी गेंद की चुनौती से निपटते हैं।