G7 समिट में पीएम मोदी की मुलाकात ट्रंप से, कश्मीर मुद्दे पर रुख साफ़ किया, द्विपक्षीय मामले में मध्यस्थता की जरूरत नहीं

नई दिल्ली (एजेंसी)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फ्रांस के बिआरित्ज शहर में आयोजित जी7 समिट में हिस्सा लेने कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे। समिट के दौरान उनकी मुलाकात अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ हुई। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच कश्मीर के मुद्दे पर चर्चा हुई। पीएम मोदी ने साफ किया कि कश्मीर पूरी तरह द्विपक्षीय मामला है। ट्रंप ने भी उनकी बातों से सहमति जताई और इसे द्विपक्षीय मामला बताया। पीएम मोदी ने कहा ट्रंप से कहा कि जब पाकिस्तान में नई सरकार चुनकर आई तो मैंने वहां के प्रधानमंत्री को फोन करके बधाई दी थी और कहा था कि दोनों देशों की समस्याएं एक जैसी हैं। दोनों देशों के बीच सभी मुद्दे द्विपक्षीय हैं। हमें मिलजुलकर ही इन्हें हल करना होगा।

पीएम मोदी ने ट्रंप से दो टूक कहा की भारत-पाकिस्तान के बीच सभी मुद्दे द्विपक्षीय हैं। दोनों देश मिलकर मुद्दों को सुलझा लेंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, भारत और पाकिस्तान के बीच सभी मुद्दे द्विपक्षीय हैं, इसलिए हम इस बारे में किसी अन्य देश को कष्ट नहीं देना चाहते हैं। हमें तीसरे देश का दखल मंजूर नहीं है।

इस दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, हमने पिछली रात कश्मीर के मुद्दे पर बात की। प्रधानमंत्री ने बताया कि सबकुछ नियंत्रण में है। उन्होंने पाकिस्तान से बात की है और मुझे यकीन है कि वह पूरी तरह योग्य हैं और कुछ अच्छा ही होगा। उन्होंने कहा कि भारत और पाक मिलकर कश्मीर का मुद्दा सुलझा लेंगे।

पीएम मोदी ने कहा कि भारत और पाकिस्तान 1947 से पहले एक साथ थे और मुझे विश्वास है कि हम अपनी समस्याओं पर चर्चा कर सकते हैं और उन्हें मिलकर हल कर सकते हैं।

इससे पहले अमेरिका कई बार जम्मू और कश्मीर राज्य के लिए अनुच्छेद 370 पर भारत का निर्णय को आंतरिक मामला बता चुका है, लेकिन उसके अनुसार इसके क्षेत्रीय निहितार्थ भी हैं। एक अमेरिकी अधिकारी के अनुसार राष्ट्रपति ट्रंप और पीएम मोदी क्षेत्रीय तनाव को कम करने और कश्मीर में मानवाधिकारों के लिए सम्मान बढ़ाने की योजना बना रहे हैं।

माना जा रहा है कि इस तीन दिन के जी7 समिट में अमेरिका और चीन के बीच चल रहे व्यापार युद्ध, ब्रिटेन के यूरोपियन यूनियन से अलग होने के मुद्दे, तेहरान के परमाणु प्रोग्राम के चलते अमेरिका और ईरान के बीच बढ़ रहे तनाव और ब्राजील में अमेजन वर्षावन को नष्ट करने वाली आग पर बातचीत हो सकती है।

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