नई दिल्ली (एजेंसी)। समझौता एक्सप्रेस 76 भारतीय और 41 पाकिस्तानी नागरिकों को लेकर दिल्ली पहुंच चुकी है। ट्रेन अपने निर्धारित समय से साढ़े चार घंटे लेट पहुंची है। ट्रेन को भारतीय चालक दल (क्रू) अटारी सीमा से चलाकर स्वदेश लाए हैं। पाकिस्तान ने गुरुवार को समझौता एक्सप्रेस को भारत में भेजने से मना कर दिया और ट्रेन को वाघा सीमा पर छोड़ दिया था। जिसके कारण यात्रियों में अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया था।
पाकिस्तान ने दावा किया था कि ट्रेन के क्रू में मौजूद दो ड्राइवर और एक गार्ड को भारतीय सीमा में जाने से डर लग रहा है। पाकिस्तान ने यह कदम भारत के अनुच्छेद 370 के एक खंड को छोड़कर बाकी खंडों को निरस्त करने के बाद उठाया है। भारत के जम्मू-कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा वापस लेने के बाद से ही पाकिस्तान बेचैन है। अपनी बौखलाहट दिखाने के लिए वह इस तरह की हरकतें कर रहा है।
अटारी अंतरराष्ट्रीय रेलवे स्टेशन के अधीक्षक एके गुप्ता ने कहा कि उन्हें पाकिस्तान ने ट्रेन आने के निर्धारित समय दोपहर 12.30 बजे से पहले सूचित किया कि ट्रेन के क्रू ने सुरक्षा कारणों के मद्देनजर भारत में आने से मना कर दिया है। इसके बाद पाकिस्तान ने भारतीय क्रू को पाकिस्तान के वाघा आकर ट्रेन को चलाकर ले जाने के लिए कहा। जिसके बाद भारतीय क्रू गया और ट्रेन को भारतीय सीमा में लेकर आए। जिसमें 76 भारतीय और 41 पाकिस्तानी नागरिक मौजूद थे। यह ट्रेन अब दिल्ली पहुंच चुकी है। ट्रेन सुबह के लगभग डेढ़ बजे अटारी सीमा से रवाना हुई थी।
पाकिस्तान के रेल मंत्री शेख राशिद अहमद ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि उनके कार्यकाल के दौरान समझौता एक्सप्रेस की सेवाएं जारी नहीं रहेंगी। उनका कहना है कि जिन यात्रियों ने एडवांस बुकिंग करवाई हुई थी उन्हें रिफंड दिया जाएगा। मंत्री ने कहा, ‘समझौता एक्सप्रेस की बोगियों को ईद के लिए चलाई जाने वाली विशेष ट्रेनों में जोड़ा जाएगा।’ अहमद ने भारत से अपनी बोगियां और ट्रेन के इंजन को वापस लेने के लिए कहा है। मंत्री का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद मोदी का अनुच्छेद 370 को खत्म करने का फैसला गलत है।