नई दिल्ली (एजेंसी)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बहुत सूझबूझ के साथ अपना मंत्रिमंडल चुना है। हर वर्ग की हिस्सेदारी हो इसका पूरा ध्यान रखा है। आपको लग रहा होगा कि नई सरकार का चेहरा कमोबेश पांच साल पुराने जैसा ही है। बीजेपी नेताओं का तर्क है कि जोश के ऊपर होश और अनुभवों को तरजीह दी गई। लेकिन इस बार कई ऐसे बड़े चेहरे हैं, जिन्हें मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली है, जो पिछली सरकार में मंत्री थे। कुछ नाम तो हैरान करते हैं।
सुषमा स्वराज – 2014 में जब केंद्र में बीजेपी की अगुवाई में एनडीए की सरकार बनी तो सुषमा स्वराज को विदेश मंत्रालय सौंपा गया। सुषमा ने पिछले 5 सालों में शानदार तरीके से काम किया। लोग सीधे ट्विटर पर सुषमा से मदद मांगते थे और विदेश मंत्री मदद के लिए हाजिर रहती थीं। लेकिन इस सरकार में सुषमा शामिल नहीं हुईं। हालांकि उन्होंने सेहत का हलावा देकर पहले चुनाव लेने से इनकार कर दिया था।
अरुण जेटली – पिछली सरकार में अरुण जेटली वित्त मंत्री थे। लेकिन इस सरकार से वो बाहर हैं। हालांकि खुद अरुण जेटली ने सेहत का हवाला देकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खत लिखकर मंत्रीपद की जिम्मेदारी नहीं देने की अपील की थी।
महेश शर्मा – महेश शर्मा एक बार फिर उत्तर प्रदेश की गौतमबुद्धनगर सीट से चुनकर संसद पहुंचे हैं। पिछली सरकार में महेश शर्मा केंद्रीय पर्यटन और संस्कृति मंत्री थे।
सुरेश प्रभु – पिछली सरकार में सुरेश प्रभु को पहले केंद्रीय रेलमंत्री बनाया गया था बाद में उन्हें वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री बनाया गया।
जे पी नड्डा – मोदी सरकार के पिछले कार्यकाल में नड्डा स्वास्थ्य मंत्री थे और इस बार उनका नाम भी मंत्रियों की सूची में शामिल नहीं था। हालांकि इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि वह अमित शाह के स्थान पर बीजेपी अध्यक्ष बनाए जा सकते हैं।
राज्यवर्धन राठौड़ – पूर्व ओलंपियन और खेल व सूचना और प्रसारण मंत्रालय का सफलता पूर्वक कार्यभार संभालने वाले राठौर को भी मंत्रिपरिषद में शामिल नहीं किया गया है।
मेनका गाँधी – इस बार मेनका गांधी सुल्तानपुर लोकसभा सीट से जीतकर संसद पहुंची हैं। पिछले चुनाव में मेनका पीलीभीत से जीतकर आई थीं और उन्हें केंद्रीय मंत्री बनाया गया था।
जयंत सिन्हा – पिछले 5 साल में जयंत सिन्हा ने पहले केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री और बाद में केंद्रीय नागर विमानन राज्य मंत्री का कार्यभार संभाला था।
उमा भारती – बीजेपी की फायर ब्रांड नेता उमा भारती को भी नई सरकार में जगह नहीं मिली है। पिछली सरकार में उमा भारती केंद्रीय मंत्री थीं।
रामकृपाल यादव – पाटलीपुत्र लोकसभा सीट पर लालू यादव की बेटी मीसा भारती को हराने वाले रामकृपाल यादव को इस बार मंत्री नहीं बनाया गया है। पिछली सरकार में रामकृपाल यादव केंद्रीय मंत्री थे।
अनंत हेगड़े – अनंत कुमार हेगड़े मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में केंद्रीय मंत्री थे। हेगड़े हमेशा से अपने बयानों को चर्चा में रहते हैं। हाल ही में उन्होंने नाथूराम गोडसे को लेकर बयान दिया था जिससे विवादों में आ गए थे।
