मुंबई: देश का आर्थिक राजधानी की रफ्तार आज उस वक्त थम गयी, जब स्थानीय ग्रिड फेल होने से पूरी मायानगरी की बिजली गुल हो गयी. बिजली गुल होने से लोकल सेवा ठप हो गई, ट्रैफिक सिग्नल ने काम करना बंद कर दिया. अस्पतालों में पावर बैकअप को एक्टिव करना पड़ा. महाराष्ट्र के ऊर्जा मंत्री ने इसे टेक्निकल समस्या बताते हुए एक से दो घंटे में सुधार आने की बात कही.
मुंबई के कई इलाकों गोरेगाव, कांदिवली, मलाड, बोरीवली, विलेपार्ले, माहिम, महालक्ष्मी, दादर, लालबाग, कुर्ला, घाटकोपर , भांडुप, कंजूरमार्ग, मुलुंड और विक्रोली में बिजली बंद हो गयी. जानकारी के मुताबिक 50-60% मुंबई में बिजली नहीं थी. मुंबई टाउनशिप में बिजली की आपूर्ति करने वाली कंपनी BEST ने कहा है कि बिजली की आपूर्ति करने वाले प्लांट से ग्रिड फेल हो गई है. मुंबई के पूर्वी, पश्चिमी, उपनगर और ठाणे के कुछ हिस्से में बिजली गुल हो गई.
दो घंटे से ज्यादा समय बाद कुछ इलाकों में बिजली चालू हो पाई. इस घंटे के पावर कट ने ही कभी ना रुकने वाले मुंबई शहर की रफ्तार पर ब्रेक लगा दी. कोरोना काल होने के चलते बिजली संकट का यह जख्म नासूर बन गया. हफ्ते का पहला कामकाजी दिन होने से लोगों के लिए बिजली संकट सिरदर्द बन गया. बिजली जाने से हाई कोर्ट में कामकाज ठप हो गया. ऑनलाइन होने वाली सुनवाई भी रुक गयीं.
मुंबई में बिजली संकट ने शहर की लाइफ लाइन कही जाने वाली लोकल ट्रेन सेवा पर ब्रेक लगा दी. मुंबई में अभी लोकल को सिर्फ आपात सेवा में काम करने वाले कर्मचारियों के लिए चल रही है. मुंबई की तीनों लाइन पर दौड़ रही लोकल में अचानक ब्रेक लग गए. स्टेशन पर लोगों को सही जानकारी ना मिलने के कारण भी उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ा. सुबह 10 बजे करीब बंद हुई लोकल सेवा 12 बजकर 48 मिनट पर हुई, अंधेरी से विरार के लिए पहली लोकल ट्रेन चली.
बिजली संकट से रिहायशी इलाकों में भी लोगों को काफी समस्या का सामना करना पड़ा. अचानक घरों के भीरत अंधेरा छा गया. बिजली जाने से लोगों को गर्मी और उमस का भी सामना करना पड़ा. इसके साथ ही दफ्तरों, पेट्रोल पंप, बैंक के कामकाज भी प्रभावित हुए. बिजली जाने से स्थानीय स्तर पर छोटे मोटे रोजगार करने वाले भी प्रभावित हुए. चाय की दुकान, रेस्टोरेंट, केक की दुकान ऐसे सभी प्रतिष्ठान प्रभावित हुए.
कोरोना काल में अचानक बिजली गुल होने से अस्पतालों के आगे गंभीर संकट हो गया. मुंबई के तमाम कोविड अस्पतालों में 6 घंटे का पॉवर बैक अप का इंतजाम पहले से ही किया गया था. इस पॉवर बैकअप को शुरू कर दिया गया. बीएमसी के कमिश्नर इकबाल सिंह चहल ने बताया कि अगर पॉवर बैकअप खत्म होने के बाद भी स्थिति सामान्य नहीं होती तो हम डीजल के सहारे पॉवर बैकअप देंगे. कोविड अस्पतालों से कहा गया है कि बीएमसी से डीजल के लिए संपर्क कर सकते हैं. वहीं दूसरे अस्पतालों को भी डीजल के लिए डिसास्टर कंट्रोलर से संपर्क करने को गया है.
मुंबई के बिजली संकट का असर बॉम्बे हाई कोर्ट में सुनवाई पर भी पड़ा है. लाइट जाने से ऑनलाइन सुनवाई बंद पड़ गयी है. फिलहाल स्थिति सामान्य होने का इंतजार किया जा रहा है, अगर जल्द हालात सामान्य नहीं हुए तो आज के मामलों को अगली तारीख दी जा सकती है. वहीं एयरपोर्ट पर कामकाज पूरी तरह से सामान्य है.
बिजली संकट का असर शहर के पेट्रोल पंप पर भी पड़ा. एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए स्वीगी के एक डिलीवरी ब्वॉय ने बताया कि एक घंटे पहले दो पार्सल लेकर निकला हूं. गाड़ी में पेट्रोल खत्म हो गया तो सोचा डलवा लूं. लेकिन पेट्रोल पंप पर लाइट ही नहीं थी. रोज कते 300-400 रुपये मिलते हैं, आज शायद वो भी नहीं मिलेंगे. वहीं एक अन्य शख्स ने बताया कि दो घंटे इसी पेट्रोल पंप पर इंतजार कर रहा हूं, जरूरी काम से जाना है.
मुंबई के बिजली संकट का असर परीक्षाओं पर भी पड़ा. आज होने वाली अंडर ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट परीक्षाओं को रद्द कर दिया गया है. इन सभी परीक्षाओं को अब अगले रविवार यानी 18 अक्टूबर तक के लिए टाल दिया गया है. परीक्षाओं के समय में कोई बदलाव नहीं हुआ है. यह जानकारी यूनिवर्सिटी क्लस्टर हेड डॉ. हेमलता बाग्ला ने दी.
बिजली संकट को लेकर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे जांच के आदेश दिए हैं. इसके साथ बही ठाकरे ने ऊर्जा मंत्री नितिन राउत से फोन पर बात की है. उन्होंने मंत्री राउत को जल्द से जल्द बिजली सेवा सुचारू रूप से बहाल करने के निर्देश दिए हैं. इससे पहले ऊर्जा मंत्री नितिन राउत ने कहा कि तकनीकि खामी के चलते मुंबई में बिजली गुल हुई है. इसके लिए तुरंत किसी जिम्मेदार नहीं ठहरा सकते हैं. मुंबई में पूरी तरह से बिजली बहाल होने में करीब एक घंटे का समय लगेगा.
बिजली संकट के बीच मुंबईकरों की आपात स्थिति के लिए बीएमी ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं. अगर किसी अपात स्थिति में फंसे हैं तो 022-22694727, 022-226947725 और 022-22704403 पर फोन कर सकते हैं. महाराष्ट्र के बिजली मंत्री ने कहा कि स्थिति सामान्य होने में दो घंटे का समय लग सकता है.