नई दिल्ली(एजेंसी): यूटीआई एसेट मैनेजमेंट कंपनी (AMC) 29 सितंबर को अपना आईपीओ लॉन्च कर सकती है. कंपनी इसके जरिये 3 हजार करोड़ रुपये जुटाएगी. एसबीआई, एलआईसी, पीएनबी, बैंक ऑफ बड़ौदा और T Rowe Price इसके जरिये इसमें विनिवेश की योजना बना रहे है. आईपीओ 1 अक्टूबर को बंद हो जाएगा. अभी कंपनी ने अपने इश्यू के लिए प्राइस बैंड तय नहीं किया है.
इस ऑफर फॉर सेल के जरिये एसबीआई, एलआईसी और बैंक ऑफ बड़ौदा 1.04 करोड़ शेयर बेचेंगे. जबकि पंजाब नेशनल बैंक और T Rowe Price 38.04 लाख से अधिक शेयर बेचेंगे.
कोटक इनवेस्टमेंट बैंकिंग, एक्सिस कैपिटल,सिटीग्रुप ग्लोबल मार्केट्स, डीएसटी मेरिल लिंच, आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज, जेएम फाइनेंशियल, एसबीआई कैपिटल मार्केट और KFin टेक्नोलॉजिज इस आईपीओ के बुक रनिंग लीड मैनेजर हैं. कंपनी ने पिछले साल दिसंबर में अपना प्रीलिमनरी प्रोस्पेक्टस दाखिल किया था. सेबी ने घरेलू शेयर होल्डर्स से यूटीआई एएमसी में अपनी हिस्सेदारी दस फीसदी से नीचे रखने का निर्देश दिया था.
म्यूचुअल फंड में क्रॉस होल्डिंग रूल का पालन कराने के लिए स्टेक होल्डर्स को यह निर्देश दिया जाता है. हितों का संघर्ष रोकने के लिए 2018 में यह नियम लाया गया था. मौजूदा नियमों के मुताबिक किसी म्यूचुअल फंड में किसी शेयरहोल्डर की दस फीसदी से ज्यादा हिस्सेदारी है तो वह किसी दूसरे ऐसे एसेट मैनेजमेंट कंपनी में हिस्सेदारी इतनी हिस्सेदारी नहीं रख सकता.
इस बीच, सरकारी डिफेंस कंपनी मजगांव डॉक शिप बिल्डिर्स भी 29 सितंबर को अपना आईपीओ लॉन्च करेगी. यह सरकारी कंपनी आईपीओ के जरिये 400 से 450 करोड़ रुपये जुटाएगी. पहले इसका इरादा 700 से 800 करोड़ रुपये जुटाने का था. कंपनी रक्षा मंत्रालय के लिए युद्ध पोत औैर पनडुब्बी बनाती है. साथ ही प्राइवेट क्लाइंट के लिए पानी के जहाज बनाती है. कंपनी को 2006 में मिनी रत्न का दर्जा दिया गया था.