नई दिल्ली (एजेंसी). प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मन की बात में कहा कि भारत के वीर सैनिकों ने दिखा दिया है कि भारत अपने मान पर आँच नहीं आने देगा.. अपने वीर सपूतों के बलिदान पर उनके परिवारों का जो जज्बा है वही तो हमारी ताक़त है. भारत मित्रता निभाना जानता है तो आँख में आँख डालकर देखना और उचित जवाब देना भी जानता है. हमारे वीर सैनिकों ने दिखा दिया है कि वो कभी भी माँ भारती के गौरव पर आँच नहीं आने देंगे.”
यह भी पढ़ें :
छत्तीसगढ़ में कोरोना वायरस के 44 नए मरीजों की पहचान : स्वास्थ्य विभाग
नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने कहा कि तमाम तरह के संकट के बीच पड़ोसी देशों की ओर से जो कुछ हो रहा है उससे भी देश निपट रहा है. मोदी ने कहा, ” भारत नई उड़ान भरेगा. मुझे इस देश के लोगों पर भरोसा है. भारत ने जिस तरह मुश्किल वक़्त में दुनिया को मदद की उससे भारत की भूमिका को स्वीकार किया है.”
यह भी पढ़ें :
पराठे के बाद अब रेडी-टू-ईट पॉपकॉर्न भी जीएसटी के दायरे में, देना होगा 18 फीसदी टैक्स
नरेंद्र मोदी ने कहा, ”लद्दाख में हमारे जो वीर जवान शहीद हुए हैं, उनके शौर्य को पूरा देश नमन कर रहा है, श्रद्धांजलि दे रहा है. पूरा देश उनका कृतज्ञ है. उनके सामने नतमस्तक है. इन साथियों के परिवारों की तरह ही हर भारतीय इन्हें खोने का दर्द अनुभव कर रहा है. अपने वीर सपूतों के बलिदान पर उनके परिजनों में जो गर्व की भावना है, देश के लिए जो जज्बा है- यही तो देश की ताक़त है.”
यह भी पढ़ें :
छत्तीसगढ़ में गोबर पर राजनीति गरमाई, रुचिर के बाद अब विनोद ने अजय के साथ संघ को लिया आड़े हाथ
नरेंद्र मोदी ने एलएसी पर चीनी सेना के साथ हिंसक झड़प में मारे गए 20 सैनिकों को लेकर कहा, ”जिनके बेटे शहीद हुए हैं, वो माता-पिता, अपने दूसरे बेटों को भी, घर के दूसरे बच्चों को भी, सेना में भेजने की बात कर रहे हैं. बिहार के रहने वाले शहीद कुंदन कुमार के पिताजी के शब्द तो कानों में गूंज रहे हैं. वो कह रहे थे कि अपने पोतों को भी देश की रक्षा के लिए सेना में भेजेंगे. यही हौसला देश के हर शहीद परिवारों का है. वास्तव में इन परिजनों का त्याग पूजनीय है.”
यह भी पढ़ें :
नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने तोड़ी चुप्पी, पत्नी आलिया को भेजा मानहानि का नोटिस
नरेंद्र मोदी ने कहा, ”संकट चाहे जितना बड़ा हो, भारत के संस्कार, निस्वार्थ भाव से सेवा की प्रेरणा देते हैं. आज भारत ने जिस तरह से मुश्किल समय में दुनिया की मदद की, उसे आज शांति और विकास में भारत की भूमिका को और मज़बूत किया है. दुनिया ने इस दौरान भारत की विश्व बंधुत्व की भावना को भी महसूस किया है और इसके साथ ही दुनिया ने अपनी संप्रभुता और सीमाओं की रक्षा के लिए भारत की ताक़त और प्रतिबद्धता को भी देखा है.”
यह भी पढ़ें :