नई दिल्ली(एजेंसी): अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में मामूली तेजी के बीच आज घरेलू बाजार में पेट्रोल-डीजल की कीमत देश में लगातार 20वें दिन बढ़ी है. देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल और डीजल दोनों की कीमत 80 रुपये के पार पहुंच चुकी है. भारतीय इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब डीजल पेट्रोल से महंगा है और दोनों के दाम 80 रुपये के पार कर गए हैं. दिल्ली में डीजल की कीमत में 17 पैसे की बढ़ोतरी के साथ अब नई कीमत 80.19 रुपए प्रति लीटर हो गई है. वहीं पेट्रोल की कीमत में भी 21 पैसे की बढ़ोतरी हुई है. इन 20 दिनों में पेट्रोल 8.87 रुपये और डीजल 10.79 रुपये प्रति लीटर महंगा हो चुका है.
देश के इतिहास में पहली बार डीजल की कीमतों ने पेट्रोल की कीमतों को पीछे छोड़ दिया. हालांकि ये स्थिति सिर्फ दिल्ली में है. देश के बाकी हिस्सों में अभी भी पेट्रोल के मुकाबले डीजल का रेट कम है. दिल्ली में बढ़ी कीमत का एक कारण वैट भी है. दिल्ली सरकार ने लॉकडाउन के दौरान डीजल पर वैट की दर को बढ़ा दिया था. इसकी दूसरी वजह ये है कि मई के पहले हफ्ते में भारत सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर भारी एक्साइज ड्यूटी बढ़ाई. पेट्रोल पर प्रति लीटर उत्पाद शुल्क 10 रुपये बढ़ाया गया, जबकि डीजल पर प्रति लीटर उत्पाद शुल्क 13 रुपये बढ़ाया गया. यहां भी डीजल के महंगा होने की राह तैयार की गई.
लेकिन फिर भी ये सवाल उठता है कि आखिर देशभर में डीजल पेट्रोल से महंगा क्यों नहीं हुआ तो इसके पीछे की वजह है, पिछले महीने दिल्ली सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर टैक्स बढ़ाए. पेट्रोल की कीमत में 1.67 रुपये प्रति लीटर और डीजल 7.10 रुपये प्रति लीटर की दर से महंगा किया गया. यही वजह है कि दिल्ली में डीजल पेट्रोल से महंगा हो चला है.
डीजल की कीमत बढ़ने से आम आदमी पर इसकी चौतरफा मार पड़ेगी. इससे पब्लिक ट्रांसपोर्ट तो महंगा होगा ही साथ ही महंगाई भी बढ़ेगी. खेती पर भी इसका काफी असर पड़ेगा. पब्लिक ट्रांसपोर्ट के किराए के साथ-साथ ऑटो सेक्टर की बिक्री पर भी इसका गंभीर असर होगा.