नई दिल्ली(एजेंसी). भारत में कोरोना वायरस (Covid-19 In India) : सरकार ने दावा किया है कि लॉकडाउन के दौरान देश में कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने में काफ़ी हद तक क़ामयाबी मिली है. यही नहीं , संक्रमण के दोगुने होने की रफ़्तार में भी कमी आने का दावा किया गया है. उधर सरकार के सूत्रों के मुताबिक़ रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट को लेकर अगले 2-3 दिनों में आईसीएमआर नई गाइडलाइन्स जारी कर सकती है.
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देश में लॉक डाउन शुरू हुए एक महीने पूरे हो गए हैं. इस दौरान कोरोना संक्रमित व्यक्तियों में संख्या 21 हज़ार से ज़्यादा हो चुकी है. लेकिन सरकार का कहना है कि देश को लॉकडाउन का फ़ायदा मिला है. सरकार द्वारा गठित एम्पावर्ड ग्रुपों में से एक के चेयरमैन सी के मिश्रा ने दावा किया कि लॉकडाउन से महामारी के प्रसार को काफ़ी हद तक रोकने में मदद मिली है.
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सरकार की ओर से सी के मिश्रा ने कहा कि लगातार टेस्ट की संख्या बढ़ाई जा रही है. सी के मिश्रा ने दूसरे देशों का आंकड़ा देते हुए कहा कि जब 26 मार्च को अमेरिका में 5 लाख टेस्ट पूरे हुए तब संक्रमण 80 हज़ार हो चुका था.
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इटली ने 31 मार्च को 5 लाख टेस्ट पूरे हुए और संक्रमण 1 लाख हो गया था. यूनाइटेड किंगडम में 20 अप्रैल को इतना टेस्ट पूरा हुआ और वहां 1 लाख 20 हज़ार लोग संक्रमित पाए गए जबकि टर्की में 20 अप्रैल तक 5 लाख टेस्ट पूरे होने तक 80 हज़ार केस आ चुके थे.
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सी के मिश्रा ने कहा कि लॉकडाउन ने सरकार को कोरोना से लड़ने की तैयारी करने का भी मौक़ा दिया है. 23 मार्च को 163 कोविड के विशेष अस्पतालों में 41974 बेड थे जबकि 23 अप्रैल तक अस्पतालों की संख्या 736 अस्पतालों में 1,94,26 बेड उपलब्ध हैं. इन अस्पतालों में 24644 आईसीयू बेड हैं जिनमें 12391 वेंटिलेटर भी उपलब्ध हैं. आईसीएमआर के निदेशक बलराम भार्गव ने बताया कि देश में अब 325 जांच केंद्र बन चुके हैं. इनमें सरकारी और प्राइवेट क्षेत्र के लैब शामिल हैं.
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