नई दिल्ली(एजेंसी): देश में कोरोना संक्रमण के कुल मामले 21700 हो गये हैं. 16689 एक्टिव पेशेंट हैं जबकि 4324 अब तक ठीक/डिस्चार्ज हुए हैं. 686 लोगों की अब तक मौत हुई हैं. तीन सबसे ज्यादा संक्रमित राज्य जिनमें पहले नंबर पर महाराष्ट्र, दूसरे नंबर पर गुजरात और तीसरे नंबर पर दिल्ली है. देशभर में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस के कुल 1409 मामले सामने आए हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देश में 12 जिले ऐसे हैं जहां पिछले 28 दिनों से कोरोना का कोई नया मामला सामने नहीं आया है. वहीं अब देश में 23 राज्य और केंद्रशासित प्रदेशों के 78 जिले ऐसे भी हैं जहां पिछले 14 दिनों से कोई केस दर्ज नहीं हुआ है.
कोविड-19 के संक्रमण की वजह से जान गंवाने वाले कुल 686 लोगों में से अब तक सबसे अधिक 269 मौतें महाराष्ट्र में हुई हैं. इसके बाद, गुजरात में 103, मध्य प्रदेश में 81, दिल्ली में 48, राजस्थान और आंध्र प्रदेश में 27-27, तेलंगाना में 24, उत्तर प्रदेश में 21, तमिलनाडु में 18, कर्नाटक में 17, पंजाब में 16 और पश्चिम बंगाल में 15 लोगों की मौत के मामले सामने आए हैं. इस जानलेवा बीमारी के चलते जम्मू-कश्मीर में पांच जबकि केरल, झारखंड और हरियाणा में तीन-तीन मौत हुई हैं. बिहार में दो जबकि मेघालय, हिमाचल प्रदेश, ओडिशा और असम में एक-एक मौत हुई हैं.
स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में कोरोना वायरस के संक्रमण के सर्वाधिक 5,652 मामले महाराष्ट्र से सामने आए हैं. इसके बाद गुजरात में 2,407, दिल्ली में 2,248, राजस्थान में 1,890, मध्य प्रदेश में 1,695 तमिलनाडु में 1,629, उत्तर प्रदेश में 1,509, तेलंगाना में 960 और आंध्र प्रदेश में 895 मामले सामने आये हैं. पश्चिम बंगाल में भी संक्रमितों की संख्या बढ़कर 456, कर्नाटक में 443, केरल में 438, जम्मू-कश्मीर में 407, पंजाब में 277 और हरियाणा में 262 हो गई है.
देश में लॉकडाउन शुरू हुए एक महीने पूरे हो गए हैं. इस दौरान कोरोना संक्रमित व्यक्तियों की संख्या 21 हज़ार से ज़्यादा हो चुकी है. लेकिन सरकार का कहना है कि देश को लॉकडाउन का फ़ायदा मिला है. सरकार द्वारा गठित एम्पावर्ड ग्रुपों में से एक के चेयरमैन सी के मिश्रा ने दावा किया कि लॉकडाउन से महामारी के प्रसार को काफ़ी हद तक रोकने में मदद मिली है.
देश में 22 अप्रैल तक 5 लाख से ज़्यादा RT PCR टेस्ट हो चुके हैं, जबकि संक्रमण का आंकड़ा करीब 21700 है.
लॉकडाउन की शुरुआत में 24 मार्च को क़रीब 15000 टेस्ट किए गए थे. जबकि उस दिन तक संक्रमित लोगों की संख्या करीब 600 थी जो कुल टेस्ट का करीब 4.5% थी. वहीं 22 अप्रैल तक हुए 5 लाख टेस्ट में संक्रमित व्यक्तियों की संख्या 21700 है और ये भी कुल टेस्ट का क़रीब 4.5 % ही है.
सरकार की ओर से सी के मिश्रा ने कहा कि लगातार टेस्ट की संख्या बढ़ाई जा रही है. सी के मिश्रा ने दूसरे देशों का आंकड़ा देते हुए कहा कि जब 26 मार्च को अमेरिका में 5 लाख टेस्ट पूरे हुए तब संक्रमण 80 हज़ार हो चुका था. इटली ने 31 मार्च को 5 लाख टेस्ट पूरे हुए और संक्रमण 1 लाख हो गया था. यूनाइटेड किंगडम में 20 अप्रैल को इतना टेस्ट पूरा हुआ और वहां 1 लाख 20 हज़ार लोग संक्रमित पाए गए. जबकि टर्की में 20 अप्रैल तक 5 लाख टेस्ट पूरे होने तक 80 हज़ार केस आ चुके थे.