मुंबई (एजेंसी)| मुंबई एयरपोर्ट ने डिजी-यात्रा की शुरुआत की है, जो प्रौद्योगिकी-संचालित पहल है। इससे सभी घरेलू एयरलाइन्स, जिनका संचालन यहां टर्मिनल 2 से हो रहा है, उनके यात्रियों को बोर्डिग पास स्टैम्प कराने की जरूरत नहीं होगी। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी कि छत्रपति शिवाजी महाराज इंटरनेशनल एयरपोर्ट इस नवीनतम प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करने वाला देश का पहला एयरपोर्ट है, जिसका प्रस्ताव ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्यूरिटी (बीसीएएस) ने दिया था। सीएसएमआईए ने इस पहल को नई तकनीक अपनाने और यात्रियों के यात्रा अनुभव को डिजिटल बनाने की दिशा में उठाया गया कदम करार दिया, जिससे परेशानी-मुक्त यात्रा होगी।
टर्मिनल 2 से देश के अंदर यात्रा कर रहे यात्री अब अपने बोर्डिग पास को सिक्योरिटी चेक प्वाइंट पर लगाए गए ई-गेट रीडर पर बोर्डिग पास बारकोड या क्यूआर कोड की स्कैनिंग कर लाइव पैसेंजर डेटासेट का उपयोग कर अपने बोर्डिग पास को प्रमाणित कर सकते हैं। बोर्डिग पास का इस तरीके से प्रमाणन सीआईएसएफ के चेकिंग कर्मी की जिम्मेदारी को समाप्त करेगा, जो बोर्डिग पास पर स्टैंप लगाते हैं। इससे उनका समय बचेगा, यात्रियों को भी आसानी होगी तथा सुरक्षा जांच प्रक्रिया में सुधार होगा।