लखनऊ (एजेंसी). नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर हुए विरोध प्रदर्शन में योगी सरकार ने पीपुल्स फ्रंट ऑफ इंडिया यानी पीएफआई के 25 लोगों को गिऱफ्तार किया है. आईजी (लॉ एंड आर्डर) प्रवीण कुमार ने कहा, “अभी तक विभिन्न जिलों से पीएफआई के 25 लोगों को विभिन्न जिलों से गिरफ्तार किया गया है. यह सभी अपराधिक गतिविधियों में संलिप्त पाए गए हैं.
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पीएफआई को प्रतिबंधित करने के बारे में कुमार ने कहा, “राज्य सरकार और केन्द्र सरकार के बीच जो भी ऐसी बातें होती हैं वह पूर्णतया गुप्त रखी जाती हैं. हम लोग जब तक किसी आधार पर नहीं पहुंच जाते तब तक कोई खुलासा नहीं करते हैं.
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प्रवीण कुमार ने बताया कि नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ लखनऊ समेत प्रदेश के कई जिलों में हिंसा के बाद पीएफआई के प्रदेश अध्यक्ष वसीम अहमद समेत तीन सदस्यों को लखनऊ में गिरफ्तार किया गया था. गिरफ्तारी के बाद से ही इस संगठन का यूपी में नेटवर्क खंगाला जा रहा था.
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उधर, योगी सरकार में मंत्री मोहसिन रजा ने कहा कि पीएफआई बिल्कुल सिमी का दूसरा रूप है. इस संगठन ने केरल के बाद यूपी में पैर फैलाने शुरू किए हैं. सिमी पर प्रतिबंध लगने के बाद पीएफआई नाम का नया संगठन बनाया गया जो युवाओं को आतंकवाद की तरफ मोड़ रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि यह संगठन युवाओं को कट्टरपंथी बनाकर उन्हें आतंकवाद के रास्ते पर भेजना चाहता है.
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