नई दिल्ली (एजेंसी). गुरु नानक देव जी (Guru Nanak Dev) के वंशज बाबा सर्वजोत सिंह बेदी ने ऊना में पत्रकारवार्ता करते हुए वर्ष 1961 के हुसैनीवाला समझौते की तर्ज पर करतारपुर को भी भारत में शामिल करने की मांग की है. बाबा बेदी ने माना कि यह मांग पिछले काफी समय से उठाई जा रही है, लेकिन दोनों दशों के बीच तनाव के चलते यह कार्य होना संभव नहीं है.
करतारपुर कॉरिडोर (Kartarpur Coridor) खुलने के बाद ननकाना साहिब में गुरुद्वारा साहिब के दर्शन करने के बाद ऊना पहुंचे गुरु नानक देव जी के वंशज बाबा सर्वजोत सिंह बेदी ने कहा कि साल 1961 के हुसैनीवाला समझौते की तर्ज पर भूमि हस्तांतरण किया जाए और करतारपुर को भारत में शामिल किया जाए.
बाबा बेदी ने बताया कि पाकिस्तान के करतारपुर में ननकाना साहिब के अलावा कई अन्य स्थान है, जिनके दर्शन होने चाहिए. बाबा बेदी ने दावा किया कि पाकिस्तान की धरती पर हमारे जो भी स्थान हैं, उन स्थानों की पाकिस्तान में बसे विभिन्न धर्मों के लोग बहुत अच्छे से देख-रेख कर रहे हैं. बाबा बेदी ने दोनों देशों के रिश्तों में सुधार की उम्मीद भी जताई है.
अक्सर दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ने के बाद व्यापार, बस, रेल सेवाएं बंद करने की तरह करतारपुर कॉरिडोर को सदैव खुला रखने की अपील की है. उन्होंने आशा व्यक्त की है कि दोनों देशों की सरकार अवश्य इस दिशा में आम करेंगी. बाबा बेदी ने कहा कि अंग्रेज जाते-जाते दोनों देशों के बीच फूट डाल गए, जिससे आपसी प्यार और भाईचारे खत्म हो रहा है. बाबा बेदी ने कहा कि पाकिस्तान के आर्थिक हालत भी कुछ ज्यादा अच्छे नहीं है और बॉर्डर बंद होने के कारण दोनों देशों के कई लोग बेरोजगार हो गए हैं. बाबा बेदी ने दोनों देशों की लीडरशिप से आपसी प्यार का वातावरण बनाने की अपील भी की है.