नई दिल्ली (एजेंसी). पराली जलाने की घटनाओं को लेकर अब उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब की सरकारें सख्त हो गई हैं. हाल ही में हरियाणा में पराली जलाने के आरोप में दर्जनों किसानों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. लेकिन इसके बावजूद पंजाब और हरियाणा के खेतों में धड़ल्ले से पराली जलाई जा रही है. इससे पहले गुरुवार को यह खबर आई थी कि यूपी के पीलीभीत में करीब 300 से अधिक किसानों के खिलाफ पराली जलान को लेकर मुकदमा दर्ज कराई गई है.
बात करें हरियाणा के फतेहबाद की तो यहां लगातार पराली जलाई जा रही है. कृषि विभाग की रोक के बाद भी किसान अपने खेतों में पराली जला रहे हैं. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार हरियाणा में पराली जलाने की घटनाओं की संख्या 27 अक्टूबर को 476 से बढ़कर 3735 हो गयी और 30 अक्टूबर को 4221 घटनायें दर्ज की गयीं. पराली जलाने के लगातार बढ़ते आंकड़े के बाद कृषि विभाग ने फतेहबाद के 115 किसानों के खिलाफ अलग-अलग थाने में एफआईआर दर्ज कराई है.
सरकार की लाख कोशिशों के बाद भी किसान पराली जला रहे हैं. हालांकि सरकार के इस बारे में स्पष्ट आदेश हैं कि खेतों में पराली नहीं जलाई जाए. जो भी जलाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार 27 अक्टूबर को पंजाब में पराली जलाने की घटनायें 7842 से बढ़कर 12027 हो गईं थी. जबकि 30 अक्टूबर को यह आंकड़ा 19869 के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गया है.