सत्ता का महासंग्राम: बंगाल में मूर्ति तोड़े जाने पर जाँच के लिए SIT टीम गठित, मोदी बोले- सबूत मिटाने का प्रयास कर रही है पुलिस

कोलकाता (एजेंसी)। पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के रोड शो के दौरान ईश्वरचंद्र विद्यासागर की मूर्ति टूटने को लेकर बवाल बढ़ता ही जा रहा है। अब इस मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है। कोलकाता पुलिस ने इस मामले में जल्द से जल्द रिपोर्ट दाखिल करने को कहा है। एसआईटी में जासूसी विभागके भी अधिकारी शामिल हैं।

वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आरोप लगाया है कि पश्चिम बंगाल पुलिस राज्य सरकार के साथ सांठगांठ कर ‘तृणमूल कांग्रेस के गुंडों’ की तरफ से तोड़ी गई मूर्ति की घटना के सबूतों को मिटाने की कोशिश कर रही है। कल पीएम मोदी ने चुनाव आयोग द्वारा राज्य में चुनाव प्रचार के लिए घटाई गई समय सीमा समाप्त होने के कुछ घंटे अपनी चुनाव रैलियों में यह बात कही।

उन्होंने चुनाव आयोग की आलोचना करने के लिए तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि यदि उसने स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित नहीं करवाए होते तो वह कभी वाम दलों को सत्ता से बाहर कर मुख्यमंत्री नहीं बन सकती थीं। राज्य के बीजेपी नेताओं को ‘बाहरी’ करार देने के लिए बनर्जी पर बरसते हुए मोदी ने कहा कि उन्हें उत्तर प्रदेश और बिहार से आने वाले लोगों से समस्या है, लेकिन वह घुसपैठियों का हाथ फैलाकर स्वागत करती हैं।

इस दौरान पीएम मोदी ने दावा किया, “तृणमूल कांग्रेस के गुंडे हिंसा फैला रहे हैं और उन्होंने विद्यासागर की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त किया। जिस तरह से राज्य सरकार ने नारदा और शारदा घोटालों के साक्ष्य मिटाये, उसी तरह से यह इस घटना के साक्ष्य मिटाने का प्रयास कर रही हैं।” मोदी ने इस बात पर बल दिया कि प्रतिमा को तोड़ने के कृत्य में शामिल लोगों को ऐसी सजा मिलनी चाहिए जो मिसाल बन सके। उन्होंने कहा, “तृणमूल कांग्रेस और उनके गुंडों ने बंगाल को एक नरक बना दिया है। जो इस पाप में शामिल हैं उन्हें बड़ी सजा मिलनी चाहिए।”

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