नई दिल्ली(एजेंसी): प्रचंड गर्मी, भूख और प्यास से प्रवासी मजदूरों की परेशानी और बढ़ने के बीच सोमवार से श्रमिक विशेष ट्रेनों में नौ यात्रियों की मौत हुई है. दिल को दहला देने वाली एक घटना में बिहार में रेलवे प्लेटफॉर्म पर एक बच्चा अपनी मृत मां को जगाने का प्रयास कर रहा था.
श्रमिकों को उनके गृह राज्य में भेजने के लिए एक मई से आरंभ गैर वातानुकूलित ट्रेनों में कुछ मौत पहले भी हुई थी. रेलवे ने बुधवार को कहा कि अधिकतर मौत के मामले में मृतक पहले से स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों का सामना कर रहे थे. हालांकि, आरोप लग रहे हैं कि इन मुसाफिरों की मौत भूख और प्यास से हुई है.
सोमवार से उत्तर प्रदेश और बिहार जाने वाली अलग-अलग ट्रेनों में नौ लोगों की मौत हुई लेकिन दोनों राज्यों में रेलवे और नागरिक प्रशासन ने बुधवार को इसकी जानकारी दी. आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के करीबी संजय यादव ने एक बच्चे की घटना का वीडियो ट्वीट किया. दिल को झकझोर देने वाली इस घटना में अपनी मां की मौत से बेखबर बच्चा उनके पास जाने की कोशिश कर रहा था.
छोटे बच्चे को नहीं मालूम कि जिस चादर के साथ वह खेल रहा है वह हमेशा के लिए मौत की गहरी नींद सो चुकी माँ का कफ़न है। 4 दिन ट्रेन में भूखे-प्यासे रहने के कारण इस माँ की मौत हो गयी। ट्रेनों में हुई इन मौतों का ज़िम्मेवार कौन? विपक्ष से कड़े सवाल पूछे जाने चाहिए कि नहीं?