पश्चिम दिशा के पूजन से होगी धन वर्षा इस शारदीय नवरात्रि में
ज्योतिषाचार्य डॉ.दत्तात्रेय होस्केरे
रायपुर (अविरल समाचार). प्राचीन मान्यता के अनुसार नवरात्रि (Navratri) में 9 दिनों तक माता दुर्गा के 9 स्वरूपों की आराधना करने से जीवन में सभी सुखों की प्राप्ति शीघ्र ही होती है। माता दुर्गा हिन्दू धर्म में आद्यशक्ति के रूप में सुप्रतिष्ठित है तथा माता शीघ्र फल प्रदान करनेवाली देवी के रूप में लोक में प्रसिद्ध है। देवीभागवत पुराण के अनुसार आश्विन मास में माता की पूजा-अर्चना वा नवरात्र व्रत करने से मनुष्य पर देवी दुर्गा की कृपा सम्पूर्ण वर्ष बनी रहती है और मनुष्य का कल्याण होता है.
यह भी पढ़ें :
शारदीय नवरात्रि में करना चाहते हैं शनिदेव को शांत करें ये उपाय
शारदीय नवरात्रि (shardiya navratri) के पांचवे दिन अथार्त पंचमी को स्कंदमाता (skandmata) की पूजा की जाती है. स्कंदमाता को माँ का पांचवा स्वरुप भी कहा जाता हैं. इसे नवरात्री में पंचमी तिथि भी कहा जाता हैं. इस दिन का 9 दिनों में अपना अलग महत्तव है. आइये जानते है आप कैसे बनेंगे बुद्धिमान ? कैसे प्राप्त होगा संतान सुख ? क्या है माँ की पूजा की विधि जिससे प्राप्त होगा आपको ये सब कुछ ज्योतिषाचार्य डॉ. दत्तात्रेय होस्केरे से :
पंचमी को बुध ग्रह आपको बनायेगा बुद्धिमान
गुरूवार को माँ स्कन्दमाता के पूजन से संतान सुख तो प्राप्त होगा ही साथ ही आपके परिवार में बढेगा सामंजस्य:
ध्यान मंत्र :
सिंहासनगता नित्यं पद्माश्रित करद्वया।
शुभदास्तु सदा देवी स्कंद माता यशस्विनी॥
भोग : केले या पीले फलों का भोग
वस्त्र: नीले रंग के वस्त्र चमकीले बॉर्डर के साथ।
पश्चिम दिशा का करें पूजन| होगी धन वर्षा| मंत्र: ‘ह्रीं ह्रीं वारुणी देव्यै नम:’ से पश्चिम दिशा में शक्कर युक्त जल का छिडकाव करें| धन वृद्धि होगी|