विजय बघेल, संतोष पांडे, अजय चंद्राकर, और नारायण चंदेल के नाम चर्चा में
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रायपुर (अविरल समाचार). भारतीय जनता पार्टी (BJP) छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के प्रदेश अध्यक्ष पद से विक्रम उसेंडी का हटना लगभग तय हो चुका हैं. पार्टी नये और उर्जावान प्रदेश अध्यक्ष की तलाश कर रही हैं. ये तलाश कहाँ आ कर रूकती हैं ये तो भविष्य में पता चलेगा. सूत्रों के अनुसार पार्टी जातिगत समीकरणों को ध्यान में रखकर नया अध्यक्ष बना सकती हैं. यदि इस गणित को सहीं माना जाए तो सांसद विजय बघेल का नाम सबसे आगे हो सकता हैं. वैसे संतोष पांडे, अजय चंद्राकर और नारायण चंदेल के नाम भी चर्चा में हैं.
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सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार भाजपा के वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष विक्रम उसेंडी पार्टी हाईकमान के सभी टॉस्क में फेल हो गए हैं. और बस्तर से भाजपा का सफाया हो चूका हैं. इसलिए पार्टी वहां से अध्यक्ष बनाने का जोखिम लेने के मुड़ में नहीं हैं. पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर का नाम भी इस दौड़ में शामिल हैं वो तेज तर्रार भी हैं लेकिन आज तक उनकी छवि एक गंभीर नेता के रूप में नहीं बन पाई हैं. अपनी फिसलती जुबान के कारण वे कई बार सावर्जनिक स्थानों में भी अपने साथ-साथ पार्टी के लिए परेशानी का कारण बनते रहे हैं. नारायण चंदेल सीधे-साधे नेता के रूप में जाने जाते हैं. पार्टी को आज संघर्षशील और आक्रमक नेतृत्व की आवश्यकता हैं. एक और सांसद संतोष पांडे का भी नाम सामने आया है. वो पार्टी के संगठन में लंबे समय से काम कर रहे हैं जिसका लाभ उनको मिल सकता हैं लेकिन जातिगत समीकरण में वे शायद बाहर हो जाएँ.
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छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रिय उपाध्यक्ष और पूर्व मंत्री डॉ. रमन सिंह की पसंद भी काफी महत्तव रखेगी. क्योंकि प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव पार्टी के नवनियुक्त जिला अध्यक्ष करेंगे. और जिला अध्यक्षों के चयन में उनका काफी दखल हैं. डॉ. साहब की पसंद भी विजय बघेल हो सकते हैं. क्योंकि बघेल ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को कई बार चुनौती दी हैं. और एक बार तो जीत भी दर्ज की हैं. अभी भी वे उसी क्षेत्र से सांसद हैं जहां से भूपेश विधायक हैं. उनकी छवि भी आक्रमक नेता के रूप में हैं. वर्तमान समीकरण उनके पक्ष में जाते नजर आ रहे हैं. भविष्य मे होने वाले परिवर्तन से इनकार नहीं किया जा सकता. कयास यह भी लगाया जा रहें हैं कि नगरीय निकाय का चुनाव भी नए अध्यक्ष की अगुवाई में लड़ेगी भाजपा.
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