नई दिल्ली(एजेंसी): किसानों से जुड़े बिल को संसद से सड़क तक घमासान मचा हुआ है. गुरुवार को विरोध के बीच ये बिल लोकसभा से पास हो गया. अब इस राज्य सभा में पेश किया जाएगा. शिवसेना ने लोकसभा में तो इस बिल का साथ दिया लेकिन राज्य सभा में इसका विरोध करने का एलान किया है. शिवसेना के राज्य सभा सांसद संजय राउत ने एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए कहा कि आंख बंद करके हम इस बिल का समर्थन नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि विपक्ष हंगामा नहीं कर रहा है बल्कि हंगामा एनडीए में है.
संजय राउत ने कहा कि सरकार को किसानों की चिंता नहीं है. अकाली दल ने बगावत की है. ये मायने रखता है. पंजाब एक कृषि प्रधान राज्य है. वहां का किसान पूरे देश को प्रेरणा देते हैं. सरकार ने जो बिल लाया है उसके खिलाफ ये बगावत है. ये किसी से बातचीत नहीं करते. आप हमसे बात नहीं करते कम से कम एनडीए के घटक दलों से बात करिए. ये कोई व्यक्तिगत लड़ाई नहीं है, किसानों के हित की लड़ाई है. इस्तीफे से पहले मंत्री महोदया (हरसिमरत कौर बादल) ने जो बात रखी है वो विचार करने लायक है. उनके इस्तीफे के बाद ये मामला लोगों के सामने आया है.
इसके साथ ही संजय राउत ने कहा, “मैं पवार साहब से बात करूंगा. मुझे कृषि मंत्री जी का फोन आया था. मुझे लगता है सरकार जो चाहती है वो नहीं होगा. अकाली दल से भी डायलॉग नहीं था, हमसे भी नहीं है. ये एनडीए में बहुत बड़ी समस्या है. हरसिमरत कौर जी के इस्तीफे के बाद पूरे देश में किसानों में एक जागरुकता आई है कि जो बिल सरकार लाने जा रही है वो किसानों के खिलाफ है. अगर सरकार कंट्रोल नहीं कर पाई तो पूरे देश में किसान सड़कों पर उतरेंगे. राज्यसभा में समर्थन का सवाल ही पैदा नहीं होता है.”