नई दिल्ली(एजेंसी): आज जब पूरा देश कोरोना वायरस से फैली महामारी से लड़ाई लड़ रहा है. हॉस्पिटल्स बिना किसी भेदभाव के लोगों का इलाज कर रहे हैं. इसी बीच एक का वॉट्सऐप चैट स्क्रीन शॉट वायरल हो रहा है जो बेहद शर्मनाक है. ये राजस्थान के चुरू स्थित एक निजी अस्पताल का बताया जा रहा है, जिसमें कर्मचारी अस्पताल में मुस्लिम मरीजों का इलाज न करने की बात करते दिख रहे हैं.
इस ग्रुप चैट का स्क्रीन शॉट सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसके बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.
शनिवार को चूरू शहर से करीब 50 किलोमीटर पश्चिम में स्थित सरदारशहर के एक निजी आर्थोपेडिक अस्पताल चलाने वाले डॉक्टर ने फेसबुक पर माफी मांगते हुए कहा कि उनके कर्मचारियों का किसी भी धार्मिक समूह को नुकसान पहुंचाने का इरादा नहीं है. उन्होंने फेसबुक पर सफाई देते हुए आरोपों से इनकार किया है. पुलिस के ने कहा कि वॉट्सएप चैट में डॉक्टर की पत्नी का भी नाम है. वो भी इसी हॉस्पिटल में डॉक्टर हैं. हालांकि उन्होंने इन आरोपों से इनकार किया है.
मैसेज में लिखा है- ‘कल से मैं मुस्लिम मरीज का एक्स रे नहीं करूंगा ये मेरी शपथ है.’ ‘मुस्लिम मरीजों को देखना ही बंद कर दो.’ किसी दूसरे ने इसी ग्रुप चैट में लिखा- ‘अगर हिंदू पॉजिटिव होते न और मुस्लिम डॉक्टर होता तो हिंदुओं को कभी नहीं देखता. मैं मुस्लिम को OPD में नहीं देखूंगी. बोल देना, मैडम नहीं है.’
पुलिस ने कहा कि मामले की शिकायत मिलने के बाद जांच शुरू कर दी गई है, लेकिन अभी तक कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है.
सरदारशहर पुलिस स्टेशन के उप-निरीक्षक रमेश पन्नू ने कहा, “दो दिन पहले, पुलिस कंट्रोल रूम को सरदारशहर में निजी अस्पताल के कर्मचारियों के बीच एक कथित व्हाट्सएप ग्रुप चैट के सोशल मीडिया पर स्क्रीनशॉट शेयर किए जाने की शिकायत मिली थी, जो एक धर्म विशेष के खिलाफ भेदभावपूर्ण हैं. ये चैट लॉकडाउन के दौरान लगती है.”
रमेश पन्नू ने कहा कि हम मामले की जांच कर रहे हैं, स्थानीय मुस्लिम समुदाय के एक नेता का बयान भी दर्ज किया गया है. पन्नू ने कहा कि स्क्रीनशॉट की प्रामाणिकता, और जिन लोगों ने उन्हें प्रसारित किया था, उनकी पहचान की जांच की जा रही है.
चूरू में मुस्लिम परिषद संस्थान के जिला अध्यक्ष मकबूल खान ने कहा कि उन्होंने पुलिस को मामले की सूचना दी थी