कानपुर : कानपुर में शातिर अपराधी विकास दुबे को पकड़ने गयी पुलिस टीम पर हुये हमले में आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गये हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दिशा-निर्देश के बाद मौके पर पहुंचे एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने इस घटना को पुलिस की चूक माना है. लखनऊ से कानपुर देहात पहुंचे प्रशांत कुमार ने कहा कि इस मामले में पुलिस की तरफ से बड़ी चूक हुई. प्रशांत कुमार सीएम योगी को अपनी रिपोर्ट देंगे. एडीजी ने कहा कि कानपुर पुलिस से मुखबिरी हुई या किसने की पुलिस की मुखबिरी इस मामले की गहन जाँच शुरू कर दी गई है.
एडीजी के इस बयान के बाद एक बात ये भी सामने निकलकर आई है कि क्या पुलिस को इस बात का अंदाजा नहीं था कि अपराधी विकास दुबे इस तरह का हमला भी कर सकता है. उसके पास एके-47 जैसे अत्याधुनिक हथियार थे. क्या पुलिस टीम इसके लिये तैयार थी.
उन्होंने कहा कि इस मामले की भी जांच होगी. हत्यारे विकास को खोजा जा रहा है. एडीजी ने बताया कि कानपुर में जगह-जगह पर छापेमारी हो रही है. साथ ही उन्होंने बताया कि विकास दुबे का एक साथी हिरासत में है. सभी बॉर्डर सील कर वाहनों की चेकिंग की जा रही है.
चौबेपुर के बिकरू गांव में हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को गुरुवार की आधी रात पकड़ने गई पुलिस टीम पर हमला कर दिया गया. घरों की छत से पुलिस पर गोलियां बरसाई गईं, जिसमें सीओ बिल्हौर देवेंद्र मिश्रा समेत तीन सब इंस्पेक्टर और चार सिपाही शहीद हो गए. इसके अलावा इस हमले में सात पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, जिन्हें कानपुर नगर के रीजेंसी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. घायलों में एक पुलिस कर्मी की हालत गंभीर बनी हुई है. एडीजी जयनारायण सिंह, आईजी मोहित अग्रवाल, एसएससपी दिनेश कुमार पी समेत पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंचे हैं. गांव में पुलिस फोर्स तैनात कर दिया गया है और हमलावरों की तलाश में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है.
इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानपुर में 8 पुलिसकर्मियों की शहादत पर शोक जताया है. उन्होंने यूपी के डीजीपी को मामले में सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया और मामले की रिपोर्ट मांगी है.