मुंबई: महाराष्ट्र में कोरोना के बढ़ते प्रकोप के बीच रविवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने प्रदेश की जनता को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने साफ किया कि प्रदेश के हालातों को देखते हुए उन्हें अनलॉकिंग के लिए बेहद सावधानी बरतनी होगी. उद्धव ने साफ-साफ कहा कि 30 जून के बाद भी राज्य में लॉकडाउन लागू रहेगा, लेकिन इसमें धीरे-धीरे ढ़ील भी दी जाएगी.
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘ऐसा मत सोचिए कि 30 जून के बाद अचानक सबकुछ पहले की तरह नॉर्मल हो जाएगा. मेरी आप सभी से अपील है कि घर पर ही रहें. जब तक बहुत ज़रूरी न हो भीड़ भाड़ वाली जगह पर मत जाए. धीरे-धीरे हम अनलॉक की तरफ बढ़ रहे हैं, लेकिन हमें इसमें काफी सावधानी बरतनी होगी.’
उन्होंने आगे कहा कि आज से राज्य में सैलून खुल सकेंगे. दुकानें और ऑफिस पहले से ही खुल रहे हैं. हालांकि, ये लोगों पर निर्भर है कि वे लॉकडाउन चाहते हैं या नहीं.
मुख्यमंत्री ने आपदा के इस वक्त में त्यौहारों पर सरकार के निर्देशों का सहयोग करने के लिए सभी धर्मों के लोगों को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि मैं सभी धर्मों के लोगों का शुक्रिया अदा करना चाहूंगा. चाहे ईद हो या रामनवमी, सभी लोगों ने सरकार के निर्देशों का पालन करते हुए त्यौहार मनाया.
उन्होंने दही हांडी और गणेश मंडल के सहयोग की भी सराहना की. उन्होंने कहा कि इस साल कोई भी सरकार के पास नहीं आया. दही हांडी और गणेश मंडल ने सरकार के निर्देशों का पालन करते हुए खुद ही अपने-अपने सेलिब्रेशन रद्द कर दिए.
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए सरकार नई तकीनीकों और दवाओं का इस्तेमाल कर रही है. सीएम ने कहा कि अभी तक 10 लोगों पर प्लाज्मा थेरेपी की गई, जिसमें 9 लोगों की रिकवरी हुई. इसमें सात लोग अपने घर भी जा चुके हैं. उन्होंने आगे कहा कि शायद कल महाराष्ट्र सबसे ज्यादा प्लाज्मा थेरेपी का इस्तेमाल करने वाला राज्य बन सकता है. उन्होंने कोरोना से ठीक हुए लोगों से अपना प्लाज्मा डोनेट करने की भी अपील की.
ठाकरे ने कहा कि राज्य में कोरोना मरीजों के इलाज के लिए कई तरह की दवाओं का इस्तेमाल हो रहा है. उन्होंने आगे कहा कि राज्य में पर्याप्त एन-95 मास्क और पीपीई किट हैं. हमने रेमडेसिविर और फेविपिराविर की अनुमति दे दी है. लोगों को इसकी लागत के बारे में चिंता करने की ज़रूरत नहीं है, सरकार इसे उपलब्ध कराएगी.
ठाकरे ने कहा कि परसों हम नेशनल डॉक्टर्स डे मना रहे हैं. वे हमारे लिए लड़ रहे हैं, मैं उनके प्रति अपना आभार प्रकट करता हूं. कोरोना वायरस अभी खत्म नहीं हुआ है. हम इस महामारी से एक साथ निपटेंगे. हमें बेचैन नहीं होना चाहिए और अनावश्यक रूप से बाहर नहीं जाना चाहिए.