मकर संक्रांति 2020 : आगमन होगा हाथी पर, सूर्य संबंधी दोष इस प्रकार होंगे दूर

इस संक्रांति 2020 (Sankranti 2020) में प्राप्त होंगे प्रगति के नए अवसर  

ज्योतिषाचार्य डॉ.दत्तात्रेय होस्केरे

रायपुर (अविरल समाचार). “मुहुर्त चिंतामणी” ग्रंथ के अनुसार दिन के करण के आधार पर मकर संक्रांती की सवारी, वर्ण, स्वरूप इत्यादि का निर्धारण किया जाता है। 15 तारीख बुधवार को तैतिल करण है अत: संक्रांती का वाहन और वर्ण इत्यादि इस प्रकार होंगे:

वाहन :गर्दभ (गधा)   उपवाहन: मेष  योग : शोभन  

वस्त्र का वर्ण: पीला

स्वरूप: दंड हाथ में लिये, पकवान  का भक्षण करते हुए, मिट्टी का  लेप किये हुए तथा केतकी का फूल हाथ में लिये हुए।

जाति: पक्षी    

यह भी पढ़ें :

बढ़ती महंगाई पर प्रियंका का ट्वीट – ‘महंगाई जेब काटे, भाजपा देश बांटे’ 

प्रगति के नए अवसर प्राप्त होंगे

चन्द्र के शुक्र प्रधान पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र में रहते हुए सूर्य का राशी परिवर्तन सभी के लिये लाभदायक होगा। सूर्य का यह संक्रमण सभी के लिए लाभ्दायक होगा, क्यों कि यह संयोग सभी की एकरूपता को भंग करेगा, जिससे नए विचार और नया दृष्टिकोण विकसित होगा| नए अवसर भी प्राप्त होंगे| वे लोग जो प्रगति नही कर पा रहे उन्हें प्रगति की नई इच्छा शक्ति प्राप्त होगी| धन धान्य की परिपूर्ति भी होगी |

यह भी पढ़ें :

CAA पर अमल करने वाला पहला राज्य बना उत्तर प्रदेश, 32 हजार शरणार्थियों की सूची गृह मंत्रालय को भेजी

सूर्य संबन्धी दोषों से होंगे आप मुक्त

सूर्य सम्बंधी दोषों के समाधान के लिये यह संक्रांती अत्यंत कारक समय होगा| यदि आप रक्त,संतान,मस्तिष्क सम्बंधी समस्या या उच्च रक्तचाप से परेशान है, तो यह लक्षण है, कि आप की कुंडली में सूर्य या तो नीच का होकर तुला राशी में स्थित है या वृषभ, धनु या मीन राशी में है।

उपाय: स्वास्थ्य सम्बंधी इन समास्याओं के समाधान हेतु बुधवार 15 तारीख को प्रात:काल एक ताम्बे के पात्र में जल लेकर उस में कुंकुम,शक्कर और एक बेलपत्र डालें और इस मंत्र से सुर्य को सात बार जल दे| प्रत्येक रविवार को सूर्य को इसी तरह जल दें।

मंत्र: “ नमो नम: सहस्रांशु आदित्याया नमो नम: ह्रीं सूर्याय नम:

तिल, लाल वस्त्र, हरे फल और शक्कर या गुड का दान करें|

यह भी पढ़ें :    

क्या हैं ॐ ध्वनि के रहस्य और चमत्कार

Related Articles