मंदी में छंटनी के बाद मारुती सुजुकी में संकट गहराया, 25 फीसदी प्रोडक्शन में कटौती

नई दिल्ली (एजेंसी)। ऑटो सेक्‍टर की सबसे बड़ी कंपनी मारुति सुजुकी की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। दरअसल, मारुति सुजुकी ने जुलाई महीने में प्रोडक्‍शन में 25.15 फीसदी की भारी कटौती की है। यह लगातार छठवां महीना है जब कंपनी ने प्रोडक्‍शन घटाया है। यहां बता दें कि हाल ही में प्रोडक्‍शन कट का हवाला देते हुए मारुति सुजुकी ने 1,000 अस्थायी कर्मचारियों की छंटनी कर दी थी। इसके अलावा नई भर्तियां भी रोक दी गई हैं।

मारुति सुजुकी ने बंबई शेयर बाजार को बताया कि उसने जुलाई 2019 में 1,33,625 वाहनों का प्रोडक्‍शन किया है। एक साल पहले इसी महीने में कंपनी ने 1,78,533 यूनिट्स का उत्पादन किया था। कंपनी के मुताबिक पिछले महीने 1,30,541 यात्री वाहनों का उत्पादन किया गया। जुलाई 2018 में यह आंकड़ा 1,75,456 यूनिट्स पर था।

इसी तरह जुलाई 2019 में ऑल्टो, वैगनआर, सेलेरियो, इग्निस, स्विफ्ट, बलेनो, डिजायर समेत छोटी और कॉम्पैक्ट कैटेगरी के वाहनों का उत्पादन 25 फीसदी घटकर 95,733 वाहनों पर आ गया। वहीं जिप्सी, विटारा ब्रेजा, अर्टिगा और एस-क्रॉस जैसे यूटिलिटी वाहन का उत्पादन 21.26 फीसदी घटकर 19,464 इकाइयों पर रहा। जुलाई 2019 में सेडान सियाज का उत्पादन 7,115 यूनिट्स से घटकर 3,497 यूनिट पर आ गया। वहीं, हल्के कॉमर्शियल वाहन सुपर कैरी का उत्पादन भी घटकर 2,724 वाहनों पर आ गया है।

बता दें कि जुलाई में मारुति सुजुकी की बिक्री में करीब 34 फीसदी की बड़ी गिरावट दर्ज की गई है। जुलाई में मारुति सुजुकी की घरेलू बिक्री पिछले साल के 1,54,150 वाहनों की तुलना में 36.30 फीसदी गिरकर 98,210 यूनिट्स पर आ गई। इससे पहले मारुति सुजुकी ने पिछले साल जुलाई में 1,64,369 यूनिट्स की बिक्री की थी। जुलाई में मारुति सुजुकी के मिनी कार लोगों को ज्‍यादा पसंद नहीं आए हैं। कंपनी के मुताबिक जुलाई में ऑल्टो और वैगनआर समेत मिनी कारों की बिक्री पिछले साल के 37,710 यूनिट्स की तुलना में 69.30 फीसदी गिरकर 11,577 यूनिट्स पर आ गई।

मारुति सुजुकी के इस संकट का असर कंपनी पर दिखने लगा है। हाल ही में कंपनी ने 1,000 अस्थायी कर्मचारियों की छंटनी कर दी है और नई भर्तियों को रोकने की योजना बनाई है। इसके अलावा कंपनी वर्तमान मंदी से निपटने के लिए कॉस्‍ट कटिंग उपायों की योजना बना रही है। बता दें कि चालू वित्त वर्ष 2019-20 की पहली तिमाही में कंपनी का मुनाफा पिछले साल के मुकाबले 27.3 फीसदी कम रहा है।

Related Articles