भारत- चीन झड़प में शहीद हुए सैनिकों को कुछ इस अंदाज में टीम इंडिया के क्रिकेटर्स ने दी श्रद्धांजलि, विराट ने कही बड़ी बात

नई दिल्ली(एजेंसी): पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ झड़प में सोमवार रात को कर्नल सहित बीस भारतीय सेना के जवान मारे गए. ये पांच दशकों में सबसे बड़ा सैन्य टकराव है जिसने क्षेत्र में पहले से ही अस्थिर सीमा गतिरोध को अब काफी बढ़ा दिया है.

विराट कोहली, युवराज सिंह, शिखर धवन और दूसरे भारतीय क्रिकेटरों ने लद्दाख में सीमा पर हुई हिंसा में शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि दी और उनके लिए ट्वीट कर सेना के वीर जवानों को सलाम किया.

विराट कोहली ने ट्विटर पर लिखा कि, “उन सैनिकों को सलाम और गहरा सम्मान, जिन्होंने गलवान घाटी में हमारे देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहूति दे दी. कोई भी सैनिक से ज्यादा निस्वार्थ और बहादुर नहीं होता है. परिवारों के प्रति ईमानदार संवेदना. मुझे उम्मीद है कि वे इस कठिन समय में हमारी प्रार्थनाओं से शांति पाएंगे. , ”

वहीं युवराज सिंह ने लिखा कि, “मैं अपने भारतीय सैनिकों के साहस को सलाम करता हूं जो #GalwanValley में शहीद हो गए हैं. इन सभी अत्याचारों को रोकना चाहिए और आशा है कि हम एक शांतिपूर्ण दुनिया में जा सकते हैं जहां मानव जीवन का महत्व है. मेरे विचार शहीद जवानों के परिवारों के साथ हैं, मैं उनकी शक्ति के लिए प्रार्थना करता हूं. ”

वहीं मोहम्मद कैफ ने लिखा कि, “जवानों के परिवारों के प्रति मेरी संवेदना, जिन्होंने #GalwanValley में मातृभूमि के लिए लड़ते हुए अपनी जान दे दी. हम उनके सर्वोच्च बलिदान के लिए बहादुर सैनिकों के बहुत ऋणी हैं. आइए हम उनकी वीरता को सलाम करें. बहादुर लोगों को जन्नत नसीब हो. ”

जबकि टीम इंडिया के ओपनिंग बल्लेबाज शिखर धवन ने लिखा कि, “एक बलिदान जो राष्ट्र द्वारा कभी नहीं भुलाया जाएगा. भारतीय सेना के अधिकारी और दो सैनिकों के परिवार और प्रियजनों के प्रति हार्दिक संवेदना. आपकी बहादुरी को सलाम करते हुए, जय हिंद!

पूर्व गेंदबाज इरफान पठान ने लिखा कि, “हम हमेशा #IndianArmy के हमारे जवानों के ऋणी रहेंगे जिन्होंने #GalwanValley में अपनी जान गंवाई.”#JaiHind

बता दें कि भारत-चीन सीमा विवाद 3,488 किलोमीटर लंबे LAC को शामिल करता है जहां चीन अरुणाचल प्रदेश को दक्षिणी तिब्बत का हिस्सा मानता है, जबकि भारत इसका विरोध करता है.

दोनों पक्ष इस बात पर जोर दे रहे हैं कि सीमा मुद्दे के अंतिम प्रस्ताव को लंबित करने के लिए सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति बनाए रखना आवश्यक है.

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