कैमूर: बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस ने डॉ. रीता को जिले में पर्यवेक्षक के रूप में को भेजा है. ऐसे में डॉ. रीता ने कैमूर में प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की, जिसमें उन्होंने यह स्पष्ट किया की महागठबंधन में जो पार्टी सबसे ज्यादा सीट जीतकर लाएगी, उसी पार्टी के उम्मीदवार को मुख्यमंत्री बनाया जाएगा. साथ ही कांग्रेस इस बार के चुनाव में युवा और लोकल चेहरे पर ज्यादा भरोसा कर रही है.
डॉ. रीता ने सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं से बात किया और एक-एक संभावित प्रत्याशियों के बारे में चर्चा की. उन्होंने इस बात पर चर्चा की, कि जिले के 4 विधानसभा सीटों पर किसे टिकट देना सही होगा, जिससे कि कांग्रेस इस विधानसभा चुनाव में अपना परचम लहरा सके. मालूम हो कि अभी जिले के चारों विधानसभा सीटों पर बीजेपी का कब्जा है.
कांग्रेस पर्यवेक्षिका ने जानकारी देते हुए बताया कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं से जानने की कोशिश की जा रहा है कि उनका विधायक कैसा होना चाहिए और कौन होना चाहिए. हमारा कोई भी विधायक ऊपर से नहीं टपक के आएगा, वो लोकल होगा. कांग्रेस जितना करती है उतना दिखाई नहीं देता है क्योंकि कुछ झूठ बोलने वाले की जमात हो गई है, जिस कारण कांग्रेस के काम नहीं दिखाई देते. कांग्रेस में युवाओं को ज्यादा तवज्जो दिया जा रहा है.
उन्होंने कहा, “इस चुनाव में मुद्दा ही मुद्दा है. देश की रेल बिक गई, औद्योगिकरण फेल हो गया, बेरोजगारी बढ़ गई, उद्योग धंधे खत्म हो गए, लोग भूखे मरने की कगार पर पहुंच गए हैं. जितनी भी टेक्नालॉजी आप देख रहे हैं वह कांग्रेस की देन है क्योंकि कांग्रेस कल के बारे में नहीं सोचती 10 साल आगे के बारे में सोचती है. हमारे जीत के बाद प्राथमिकता है गरीबी दूर हो और बच्चे शिक्षित हों.”
डॉ. रीता ने कहा, “पंचायती राज कांग्रेस की देन है. भले आज उसे कोई भी अपना कहता है. संविधान में 75वां संशोधन करके राजीव गांधी जी ने पंचायती राज बनाया था. जो गली-नाली आप देख रहे हैं वह उन्हीं की देन है. आज देश को रोजी-रोटी और लंगोटी चाहिए जिसे हमारे राहुल गांधी जी देने का काम करेंगे. कोरोना के कारण लोगों की मजदूरी छिन गई, लोग रोड पर आ गए. लेकिन सरकार ने कुछ नहीं किया.”