प्रमोटर्स के बीच तनाव के बाद IndiGo के CFO रोहित फिलिप ने दिया इस्तीफा

नई दिल्ली (एजेंसी)। इंटरग्लोब एविएशन के चीफ फाइनेंशियल ऑफीसर के पद से रोहित फिलिप ने इस्तीफा दे दिया है। अब उनकी जगह आदित्य पांडेय संभालेंगे। आदित्य पांडेय अपना पदाभार 16 सितंबर को संभालेंगे। इंटरग्लोब एविएशन की उपशाखा देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रोहित फिलिप ने इस्तीफा इसलिए दिया है क्योंकि कंपनी के दो प्रमोटरों के बीच किसी बात को लेकर तनाव हो गया था।

इंडिगो के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रोनाजॉय दत्ता ने कहा कि आदित्य का कंपनी में शामिल होने का फैसला स्वागत योग्य है। देश की सबसे बड़ी एयरलाइंस इंडिगो के प्रमोटर्स के बीच विवाद ने हाल ही में खूब चर्चित हुआ था। इसके एक प्रमोटर राकेश गंगवाल ने कंपनी के निदेशक मंडल को सख्त शब्दों में एक लेटर लिखकर इस बात को सिरे से खारिज किया था कि उनके और दूसरे प्रमोटर राहुल भाटिया के बीच का विवाद सुलझ गया है। गंगवाल ने कहा था कि कई ‘गंभीर अनसुलझे मसलों’ की वजह से वह ‘आर्टिकल ऑफ एसोसिएशन में बदलाव’ के विशेष प्रस्ताव के समर्थन में वोट नहीं करेंगे।

5 अगस्त के अपने लेटर में गंगवाल ने कहा था कि एजीएम को यह बताना चाहेंगे कि अज्ञात स्रोतों के हवाले से प्रेस में यह खबर प्लांट की जा रही है कि चेयरमैन ने मेल-मिलाप कर लिया है और यह मसला सुलझ गया है। इस तरह एक गुमराह करने वाली और गलत छवि पेश की जा रही है कि आरपीटी और आर्टिकल्स में बदलाव को दोनों प्रमोटर समूह का समर्थन हासिल है। उनके द्वारा 20 जुलाई को भेजे गए तमाम मेल के यह बिल्कुल विपरीत बात है, जिसमें उन्होंने अपना पक्ष साफ कर दिया था।

इस लेटर के सामने आने के बाद इंडिगो की मूल कंपनी इंटरग्लोब एविएशन के शेयरों में गिरावट आ गई थी। गंगवाल ने साफ किया है कि वह तभी वोट करेंगे जब बोर्ड एक पूरक प्रस्ताव पेश कर भाटिया के इंटरग्लोब एंटरप्राइजेज ग्रुप को ज्यादा अधिकार और क्षमता हासिल करने से रोके।

गौरतलब है कि देश की सबसे बड़ी एयरलाइंस इंडिगो के दो संस्थापकों के बीच गंभीर मतभेद की खबरें आती रही हैं। दो संस्थापकों राहुल भाटिया और राकेश गंगवाल के बीच एयरलाइंस की रणनीतियों और महत्वाकांक्षाओं को लेकर मतभेद हैं। पिछले साल अप्रैल में एयरलाइन के सीईओ आदित्य घोष के इस्तीफे की घोषणा और कई शीर्ष पदों पर विदेशि‍यों की नियुक्ति के बाद से ही दोनों प्रमोटर्स में मतभेद तेज हो गए हैं।

Related Articles