मुंबई (एजेंसी)। विधानसभा चुनाव से ठीक पहले 25 हजार करोड़ रुपये के महाराष्ट्र कोऑपरेटिव बैंक घोटाले में एनसीपी प्रमुख शरद पवार के खिलाफ केस दर्ज होने से महाराष्ट्र की राजनीति गरमा गई है। शरद पवार आज बिना बुलाए प्रवर्तन निदेशालय के सामने पेश होने वाले थे, लेकिन मुंबई पुलिस कमिश्नर से मिलने के बाद उन्होंने ईडी जाने के अपने फैसले को रद्द कर दिया है। इससे पहले ईडी ने कहा कि अभी शरद पवार से पूछताछ की जरूरत नहीं है।
शरद पवार ने कहा है, “मैं ईडी दफ्तर नहीं जाऊंगा। मेरे वहां जाने से कानून व्यवस्था बिगड़ सकती है।” उन्होंने कहा कि मेरा बैंक घोटाले से कुछ लेना-देना नहीं है। इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय ने शरद पवार को ईमेल के जरिए कहा है कि उनसे अभी पूछताछ की जरूरत नहीं है। खत में ये भी कहा गया है कि शायद आगे भी पूछताछ की जरूरत नहीं पड़े। आगे जैसा होगा बताया जाएगा।
शरद पवार पर केस दर्ज होने के बाद मुंबई से बारामती तक एनसीपी के कार्यकर्ता हंगामा कर रहे हैं। हंगामा की आशंका में ईडी दफ्तर के आसपास सात थाना क्षेत्रों में धारा 144 लगा दी गई है, बावजूद इसके एनसीपी के कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे हैं। एनसीपी के नेता नवाब मलिक ने कहा है कि चुनाव से पहले शरद पवार को बदनाम करने के लिए उनके खिलाफ ईडी ने केस दर्ज किया है।