लखनऊ: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में निर्माण का काम अगस्त के पहले हफ़्ते से शुरू हो जाएगा. राम मंदिर के भूमि पूजन की तारीख 5 अगस्त तय की गई है. जानकारी के मुताबिक, 12:15 मिनट पर पीएम मोदी भव्य राम मंदिर की नींव रखेंगे. मंदिर निर्माण कार्य को लेकर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. बताया जा रहा है कि 11 पंडितों की टीम भव्य राम मंदिर का भूमिपूजन करवाएगी.
बता दें कि लगभग 40 किलो के चांदी की ईंट से राम मंदिर की आधारशिला रखी जाएगी. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास ने इस बात की जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि सभी संतो की इच्छा थी कि पीएम मोदी अयोध्या आएं और राम मंदिर की नींव रखें. वहीं महंत कमल नयन दास ने बताया कि पीएम मोदी विधि विधान पूर्वक पूजन अर्चन के बाद 12:15 मिनट पर राम मंदिर की आधारशिला रखेंगे. इसके बाद मंदिर का निर्माण कार्य शुरू होगा.
बता दें कि राम मंदिर के शिलान्यास के लिए पीएम मोदी के साथ-साथ कई और दिग्गज हस्तियों को निमंत्रण भेजा गया है. भव्य राम मंदिर के शिलान्यास कार्यक्रम में पीएम मोदी के साथ यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ भी रहेंगे. साथ ही कई और केंद्रीय मंत्रियों के भी इस कार्यक्रम में शामिल होने की उम्मीद है. बताया जा रहा है कि विपक्ष के उन नेताओं को भी कार्यक्रम में बुलाया जाएगा, जो कभी राम मंदिर निर्माण के खिलाफ न रहे हों. महंत नृत्य गोपाल दास के मुताबिक संघ के सर संघचालक मोहन भागवत, गृहमंत्री अमित शाह, राजनाथ सिंह सहित करीब 200 प्रमुख हस्तियां अयोध्या में राम मंदिर के भूमि पूजन कार्यक्रम में शामिल होंगी.
भव्य राम मंदिर की आधारशिला पूजा में पीएम मोदी ताम्र कलश स्थापित करेंगे. इस ताम्र कलश में रीति के मुताबिक गंगा जल के साथ- साथ सभी तीर्थों के जल, सर्वऔषधि और पंच रत्न रखे जाएंगे. इसके साथ ही पाताल लोक के राजा शेषनाग और शेषावतार की प्रसन्नता के लिए चांदी के नाग-नागिन, भूमि के आधार देव भगवान विष्णु के कच्छप अवतार के प्रतीक कछुआ भी नींव में स्थापित होंगे. मंगल कलश में सेवर घास रखकर सभी तीर्थों सहित गंगा जल से कलश को भरा जाएगा. इस तरह श्रीराम मंदिर निर्माण का श्रीगणेश होगा.
श्रीराम मंदिर का भूमि पूजन 5 तारीख को ही क्यों हो रहा है, इसे लेकर कई तरह के सवाल खड़े किए जा रहे हैं. कई लोगों का मानना था कि 5 अगस्त को ही मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर से धारा 370 खत्म की थी, इसलिए पांच तारीख को भूमि पूजन का कार्यक्रम रखा जा रहा है. लेकिन कई जानकारों का कहना है कि श्रीराम नाम का जो मुहूर्त है वह पांच का है, यही सर्वार्थ सिद्धि का योग भी है. बताया जा रहा है कि अगर इस तारीख को ही भूमि पूजन किया जाए तो सर्वार्थ की सिद्धि प्राप्त होगी. माना जाता है इस मुहूर्त में सभी कामनाओं की सिद्धि होती है, लिहाजा इस शुभ मुहूर्त में पूजन किया जा सकता है. इसी कारण मंदिर की आधारशिला के लिए पांच अगस्त की तारीख तय की गई है.