दिल्ली में CAA को लेकर जमकर हिंसा, पेट्रोल पंप फुका, मेट्रो स्टेशन बंद, धारा 144 लागू

उग्र भीड़ ने दिल्ली में किया पथराव, एक हवालदार की मौत, DSP जख्मी  

नई दिल्ली. उत्तर पूर्वी दिल्ली (Delhi) जिले में रविवार को भड़की हिंसा ने सोमवार को उग्र रूप धारण कर लिया. भीड़ द्वारा किए गए पथराव व आगजनी में एक हवलदार की मौत हो गई. जबकि शाहदरा जिले के डीसीपी (उपायुक्त) अमित शर्मा पथराव में जख्मी हो गए. प्रभावित इलाकों में एहतियातन अर्धसैनिक और पुलिस बल बुला लिया गया है. उग्र भीड़ ने भजनपुरा इलाके में पेट्रोल पंप को आग के हवाले कर दिया है.  पुलिस की लाख कोशिशों के बाद भी रुक-रुक कर कई इलाकों में पथराव, झड़प, आगजनी बदस्तूर जारी है. भीड़ की हिंसा का शिकार बने हवलदार का नाम रतन लाल है. रतन लाल गोकुलपुरी इलाके के एक पुलिस अधिकारी के साथ तैनात थे. घटनास्थल पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, हवलदार रतनलाल भीड़ के बीच फंस गए. बुरी तरह से घायल हवलदार रतन लाल को तुरंत अस्पताल ले जाया गया. जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.

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हवलदार की मौत की खबर इलाके में फैलते ही एक पक्ष की भीड़ और ज्यादा भड़क गई. दंगा भड़का देख इलाके में दोपहर बाद करीब तीन बजे धारा 144 लगा दी गई. साथ ही अन्य जिलों की फोर्स सहित अतिरिक्त अर्धसैनिक बल भी मौके पर बुला लिया गया. इसके बाद भी रुक-रुक कर पथराव आगजनी की घटनाएं होती रहीं. हालात बिगड़ते देख मौके पर बलवाइयों को काबू करने के लिए शाहदरा जिले के डीसीपी अमित शर्मा खुद भी दल-बल सहित घटनास्थल की ओर पहुंच गए. भीड़ में से फेंके गए पत्थरों में से कुछ पत्थर उन्हें भी लग गए. खून से लथपथ हालत में डीसीपी शाहदरा को भी पटपड़गंज स्थित मैक्स अस्पताल में दाखिल कराया गया.

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सोमवार दोपहर बाद से हालात बिगड़ते देख तमाम आला-अफसर भी मौके पर पहुंच गए. शाम करीब पांच बजे खबर लिखे जाने तक उत्तर पूर्वी जिले के मौजपुर, करावल नगर, गोकुलपुरी, जाफरबाद, चांद बाग, भजनपुरा इलाके में पुलिस और भीड़ कई बार आमने-सामने टकराती हुई नजर आई. भीड़ में सीएए के विरोधी और पक्ष के लोग दो धड़ों में बंटकर एक दूसरे पर पथराव करते दिखाई दिए. सबसे ज्यादा नुकसान की खबर भजनपुरा-गोकुलपुरी इलाके से आ रही है. मौके पर मौजूद एक पुलिस अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, “भजनपुरा इलाके में मेन रोड पर मौजूद एक पेट्रोल पंप पर आग लगा दी गई है. वहां हालात सबसे ज्यादा खराब हैं. यहां भीड़ ने पेट्रोल पंप के बिलकुल करीब ही कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया. जलाए गए वाहनों में दिल्ली पुलिस के भी कई वाहन बताए जाते हैं.”

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दिल्ली पुलिस का पूरा अमला चूंकि हालात काबू करने के लिए जूझ रहा है. लिहाजा, कोई भी अधिकारी बोलने को तैयार नहीं है. पुलिस और अर्धसैनिक बल लगातार इलाके की संकरी गलियों में मार्च-पास्ट कर रहे हैं. दंगों को काबू करने में सबसे ज्यादा परेशानी इसलिए भी आ रही है, क्योंकि उपद्रवी छतों से पथराव कर रहे हैं. जबकि सुरक्षा दल और पुलिस छतों पर जा पाने में फिलहाल मौजूदा हालातों में खुद को बेबस समझ रह रहे हैं. भीड़ को काबू करने में जुटे दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी के मुताबिक, “सोमवार सुबह तक इस मामले में कुल 4 एफआईआर दर्ज हो चुकी थीं. दंगाइयों की गिरफ्तारी का वक्त ही नहीं मिला. जब तक दंगाईयों को गिरफ्तार किया जा पाता तब तक सोमवार दोपहर बाद हिंसा ने विकराल रूप ले लिया.”

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दिल्ली मेट्रो ने इलाके में तनाव के बीच जाफराबाद और मौजपुर-बाबरपुर स्टेशनों पर प्रवेश और निकास द्वार बंद कर दिए. डीएमआरसी ने ट्वीट किया, ‘‘जाफराबाद और मौजपुर-बाबरपुर मेट्रो स्टेशनों के प्रवेश एवं निकास द्वार बंद कर दिए गए हैं. इन स्टेशनों पर ट्रेनें नहीं रुकेंगी.’’जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के प्रवेश और निकास द्वार पिछले 24 घंटों से बंद हैं. संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ बड़ी संख्या में प्रदर्शन कर रहे लोगों ने रविवार को सड़क अवरुद्ध कर दी थी जिसके बाद जाफराबाद में सीएए के समर्थकों और विरोधियों के बीच झड़प शुरू हो गई थी. दिल्ली के कई अन्य इलाकों में भी ऐसे ही धरने शुरू हो गए हैं.

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हिंसा की घटना को देखते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शांति बहाल करने की अपील की है. उन्होंने ट्वीट कर कहा, ”दिल्ली के कुछ हिस्सों में शांति और सद्भाव में गड़बड़ी के बारे में बहुत परेशान करने वाली खबरें आ रही हैं. मैं ईमानदारी से माननीय एलजी और माननीय केंद्रीय गृह मंत्री से कानून और व्यवस्था को बहाल करने का आग्रह करता हूं और ताकि शांति और सद्भाव बना रहे. किसी को भी माहौल खराब करने की अनुमति नहीं देनी चाहिए.

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