नई दिल्ली(एजेंसी) : कोरोना वायरस का दायरा दुनिया में बढ़ता ही जा रहा है। हर रोज इससे संक्रमण और मौत की संख्या में भी इजाफा हो रहा है। अमेरिका में इस वायरस के संक्रमण की वजह से छह सप्ताह के नवजात की मौत हो गई है। दुनिया में इस वायरस की वजह से होने वाली मौतों में यह सबसे कम उम्र है। अब तक यह माना जा रहा था कि इस वायरस संक्रमण की वजह से केवल बुजुर्ग ही सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं। लेकिन उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में इस संक्रमण के चलते एक 25 वर्षीय युवक की मौत हो गई। वहीं अमेरिका में हुई इस नवजात की मौत के बाद विशेषज्ञ एक बार फिर अपने तर्कों पर पुनर्विचार जरूर करेंगे।
बच्चे की मौत की जानकारी अमेरिका के कनेक्टिकट प्रांत के गवर्नर ने दी। उन्होंने बताया कि यह कोरोना से हुई सबसे कम उम्र की मौतों में से एक है। गवर्नर नेड लामोंट ने बुधवार को ट्वीट कर बताया कि नवजात को पिछले हफ्ते अस्पताल में भर्ती कराया गया था और उसे बचाया नहीं जा सका।
बीती रात हुए टेस्ट से यह बात साफ हो गई है कि नवजात कोरोना वायरस से संक्रमित था। उन्होंने कहा कि यह हृदयविदारक है। हमारा मानना है कि कोविड-19 से हुई मौतों में से यह सबसे कम उम्र में होने वाली पहले मरीज की मौत है। बता दें कि इससे पहले अमेरिका में ही सबसे कम उम्र के बच्चे की मौत का मामला सामने आया था।
इलिनोइस डिपार्टमेंट ऑफ पब्लिक हेल्थ के निदेशक डॉक्टर नगोजी एजाइक ने कहा था कि शिकागो में कोरोना वायरस से संक्रमित एक बच्चे की मृत्यु हो गई है। इस बच्चे की उम्र एक साल से कम है। स्थानीय मीडिया के अनुसार बच्चे की उम्र नौ महीने की थी। लेकिन बुधवार को जिन नवजात की मौत हुई है वह छह हफ्ते का था।
ब्रिटेन में कोरोना वायरस से 13 साल के एक बच्चे की मौत का मामला सामने आया है। बच्चे के परिवार के अनुसार उसे पहले से कोई बीमारी नहीं थी। बच्चे की मौत लंदन के किंग्स कॉलेज अस्पताल में मंगलवार सुबह हुई। ऐसा माना जा रहा है कि कोरोना वायरस से जान गंवाने वाला वह ब्रिटेन का सबसे छोटा शख्स है।
बुधवार को उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण की वजह से पहली मौत हुई है। यह घटना गोरखपुर जिले में हुई है जहां एक 25 वर्षीय युवक कोरोना पॉजिटिव था। इतनी कम उम्र में कोरोना की वजह से मौत का भारत का पहला मामला है। इससे पहले बिहार में एक 38 साल के व्यक्ति की कोरोना ने जान ली थी।