नई दिल्ली (एजेंसी)। भारत ने पाकिस्तान के उस प्रस्ताव को खारिज कर दिया है जिसमें उसने भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी कुलभूषण जाधव से मिलने के लिए सशर्त राजनयिक पहुंच देने का प्रस्ताव रखा था। सूत्रों के अनुसार, इस प्रस्ताव में पाक ने अपने एक अधिकारी के मौजूद रहने की भी शर्त लगाई थी। पाक ने जाधव को राजनयिक पहुंच अंतरराष्ट्रीय न्याय अदालत (आईसीजे) के आदेश के आगे झुकते हुए दी है। भारत ने पाकिस्तान से कुलभूषण जाधव को भय से मुक्त माहौल में बिना किसी रुकावट के राजनयिक पहुंच उपलब्ध कराने को कहा है। भारतीय विदेश मंत्रालय इस संबंध में भारत के पत्र पर पाकिस्तान की प्रतिक्रिया का इंतजार कर रहा है।
इससे पहले, भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा था कि हमें जाधव तक राजनयिक पहुंच का पाकिस्तान से प्रस्ताव मिला है। हम इस पर आईसीजे के दिए फैसले के संदर्भ में विचार कर रहे हैं। पाक द्वारा कुछ शर्त लगाए जाने पर उन्होंने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया और कहा कि दोनों देशों के बीच हुई चर्चा के दौरान मुहैया कराई जाने वाली सुविधाओं के बारे में बात करने का यह उचित मंच नहीं है।
सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान ने तीन दिन पहले इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग के जरिये यह प्रस्ताव भेजा था। इसमें शुक्रवार को दोपहर करीब 3 बजे भारतीय राजनयिकों को जाधव से मिलने देने की बात कही गई थी। पाक विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने भी प्रस्ताव देने की पुष्टि की थी।
49 वर्षीय जाधव को कथित जासूसी और आतंकवाद के आरोप में दोषी ठहराते हुए मौत की सजा सुनाई गई है। इसके खिलाफ भारत ने आईसीजे में अपील की थी। कोर्ट ने अपने 42 पेज के आदेश में कहा था कि पाकिस्तान ने राजनयिक पहुंच न देकर विएना संधि का उल्लंघन किया है।