कर्नाटक: सभी 17 बागी विधायक अयोग्य करार, येदियुरप्पा सरकार का आज होगा फ्लोर टेस्ट

बेंगलुरु (एजेंसी)। कर्नाटक में सरकार बनाने के लिए सोमवार को बहुमत परीक्षण होगा। नए मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले भाजपा नेता बीएस येदियुरप्पा का कहना है कि वह बहुमत साबित कर देंगे। उन्होंने ये भी कहा कि कांग्रेस-जेडीएस द्वारा तैयार किए गए फाइनेंस बिल को वह सोमवार को बिना कोई बदलाव किए विधानसबा में पेश करेंगे। उन्होंने आगे कहा, “सोमवार को मैं सौ फीसदी बहुमत साबित करूंगा।” वहीं विधानसभा स्पीकर केआर रमेश कुमार ने रविवार को 14 बागी विधायकों को अयोग्य करार दे दिया है। यानी अब तक 17 बागी विधायक अयोग्य घोषित हो चुके हैं। इससे पहले स्पीकर ने तीन बागी विधायकों को गुरुवार को अयोग्य घोषित किया था।

स्पीकर रमेश कुमार ने 25 जुलाई को 3 बागी विधायकों आर शंकर (केपीजेपी विधायक जिसने कांग्रेस के साथ विलय किया था) और रमेश जर्किहोली (कांग्रेस), महेश कुमठल्ली (कांग्रेस) को अयोग्य ठहराया था। वहीं रविवार के 14 और विधायकों आनंद सिंह (कांग्रेस), प्रताप गौड़ा पाटिल (कांग्रेस), बीसी पाटिल (कांग्रेस), शिवराम हेब्बार (कांग्रेस), एस टी सोमशेखर (कांग्रेस), बायरती बसवराज (कांग्रेस), रोशन बैग (कांग्रेस), मुनीरतना (कांग्रेस), के सुधाकर (कांग्रेस), एमटीबी नागराज (कांग्रेस), श्रीमंत पाटिल (कांग्रेस) और ए एच विश्वनाथ (जेडीएस), नारायण गौड़ा (जेडीएस), के गोपलाईया (जेडीएस) को अयोग्य घोषित किया था।

स्पीकर के फैसले को कांग्रेस-जेडीएस के बागियों ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने का फैसला किया है। जेडीएस नेता और बागी विधायक एएच विश्वनाथ ने कहा कि फैसला ‘कानून के विरुद्ध’ है और वह अन्य असंतुष्ट विधायक के साथ सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल करेंगे। विश्वनाथ ने कहा, “अयोग्यता विधि विरुद्ध है…मात्र उन्हें जारी व्हिप के आधार पर आप विधायकों को सदन में आने के लिए बाध्य नहीं कर सकते।”

जानकारी के मुताबिक सरकार बनने के बाद भाजपा ने रमेश को स्पीकर का पद छोड़ने को कहा है। भाजपा सरकार का कहना है कि अगर रमेश अपनी मर्जी से पद नहीं छोड़ते हैं तो उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया जा सकता है। बागी विधायकों को अयोग्य घोषित करते हुए स्पीकर ने कहा, “कहां पहुंचे हम? जिस तरह से एक स्पीकर होने के नाते स्थिति से निपटने के लिए मुझ पर दबाव डाला गया.. इन सभी चीजों ने मुझे डिप्रेशन में ढकेला है।”

वहीं भाजपा के वरिष्ठ नेता का कहना है कि स्पीकर रमेश कुमार को पद छोड़ने के लिए कह दिया गया है, जो कि सत्तारूढ़ दल के सदस्य का ही होता है। अगर वो ऐसा नहीं करते तो उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया जा सकता है। कर्नाटक में चौथी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले बीएस येदियुरप्पा को 29 जुलाई को बहुमत साबित करना होगा। जेडीएस ने भी येदियुरप्पा को समर्थन देने के इनकार कर दिया है।

इससे पहले गुरुवार को जिन तीन बागी विधायकों को अयोग्य घोषित किया गया था, उन्होंने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है। ये तीनों कांग्रेस विधायक रमेश एल जारकिहोली, महेश कुमाथल्ली और निर्दलीय विधायक आर शंकर हैं। स्पीकर का कहना है कि अयोग्य घोषित किए गए विधायकों की सदस्यता 23 मई 2023 तक खत्म रहेगी। स्पीकर ने कहा कि विधानसभा का कार्यकाल खत्म होने तक ये चुनाव भी नहीं लड़ पाएंगे।

राज्य के नए मुख्यमंत्री बने येदियुरप्पा को विधानसभा में 29 जुलाई को बहुमत परीक्षण पास करना होगा। 14 विधायकों के अयोग्य घोषित होने के बाद सदन की संख्या 211 बनी हुई है। येदियुरप्पा को बहुमत साबित करने के लिए 106 विधायकों का साथ चाहिए। ऐसे में बागी विधायकों का वोट उनके लिए काफी अहम है।

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