बेंगलुरु (एजेंसी)। क्रिकेट मैच में सट्टेबाजी और एक क्रिकेटर को फिक्सिंग का प्रस्ताव देने के मामले में बेंगलुरु पुलिस ने एक सेलेब्रिटी ड्रमर को गिरफ्तार किया है। आरोपी ड्रमर ने 2019 में कर्नाटक प्रीमियर लीग में एक खिलाड़ी को गैरकानूनी तरीके प्रस्ताव दिया। वह फ्रेंचाइजी क्रिकेट के कई टूर्नामेंट से जुड़ा रहा है। इनमें आईपीएल टीम रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर भी शामिल है।
बेंगलुरु सेंट्रल क्राइम ब्रांच ने बुधवार को उस पर कार्रवाई की। आरोपी का नाम भावेश बाफना है और वह 26 साल का है। वह आईपीएल के दौरान आरसीबी की ओर से उसके मैचों में ड्रम बजाकर दर्शकों का मनोरंजन किया करता था। इसके अलावा वह तमिलनाडु प्रीमियर लीग और कर्नाटक प्रीमियर लीग से भी जुड़ा हुआ था।
पुलिस ने बताया कि आरोपी ने कर्नाटक प्रीमियर लीग में खेल रहे एक खिलाड़ी को सट्टेबाजों के कहने पर एक ओवर में 10 रन देने को कहा था। उसने आईपीएल कॉन्ट्रैक्ट का लालच देकर एक खिलाड़ी से खराब खेलने को कहा। पुलिस ने बताया कि मामले में दिल्ली के सट्टेबाज संयम की तलाश है। उसी के कहने पर बाफना ने खिलाड़ी को प्रस्ताव दिया था।
बाफना की गिरफ्तारी से पहले पुलिस ने केपीएल की टीम बेलागावी पैंथर्स की मालिक अश्फाक अली थारा को सट्टेबाजी में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया था। कर्नाटक प्रीमियर लीग 2019 का आयोजन अगस्त में हुआ था। इसमें कर्नाटक के कई बड़े खिलाड़ी जैसे मनीष पांडे, करुण नायर, के गौतम, श्रेयस गोपाल खेले थे।
पुलिस ने बताया कि बाफना इस लीग में बीजापुर बुल्स के साथ ड्रमर के रूप में जुड़े हुआ था। उसने बेल्लारी टस्कर्स टीम के एक गेंदबाज को खराब खेलने लिए लालच दिया था, लेकिन गेंदबाज ने इससे इनकार कर दिया। बाफना व संयम के खिलाफ 26 साल के तेज गेंदबाज भावेश गुलेचा की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया.। शिकायत में कहा गया कि बाफना ने डील करने पर दो लाख कैश और आईपीएल कॉन्ट्रैक्ट दिलाने का वादा किया था।
पुलिस को बेलागावी पैंथर्स के मालिक थारा की जांच के दौरान बाफना की भूमिका के बारे में पता चला। केपीएल में बैटिंग को लेकर पुलिस ने कई क्रिकेटर्स सहित कोचिंग स्टाफ से पूछताछ की है। हालांकि, अभी तक ऐसा कोई सबूत नहीं मिला है, जिससे साफ होता हो कि केपीएल 2019 के मैच फिक्स थे। सूत्रों के हवाले से दावा किया गया है कि कम से कम 12 खिलाड़ी पैंथर्स टीम के मालिक थारा के संपर्क में थे।