पटना: बिहार सरकार ने राज्य में दोआपदा केंद्र बनवाए हैं जहां लॉकडाउन की वजह से फंसे या ऐसे लोग जिनका कोई नहीं है उन्हें न सिर्फ रहने और खाने की व्यवस्था की बल्कि उन्हें घर जैसा माहौल भी दिया जा रहा है. पटना के क्वॉरन्टीन सेंटर में रह रहे लोगों को प्लेट, कटोरी, पानी पीने का ग्लास, जूस की बोतल और बिस्किट वगैरह मुहैया कराए जा रहे हैं. पटना में दो जगहों पर ऐसे केंद्र खुले हैं.
आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने सभी जिला पदाधिकारियों को पत्र लिखकर कहा है कि क्वॉरन्टीन में रहने वाले आपदा केंद्रों में सभी व्यक्तियों को खाने के लिए स्टील की थाली, कटोरी एवं गिलास दिए जाएं जिसका उपयोग वो यहां रहने के दौरान करेंगे और घर लौटते समय इन्हें वे अपने साथ ले जा सकेंगे.उसी प्रकार, बच्चों को भी एक-एक स्टील की छोटी थाली, कटोरी एवं गिलास उपलब्ध कराया जाएगा. राहत केंद्रों में रहने वाले सभी पुरुषों को एक-एक लुंगी, धोती, गंजी व गमछा, महिलाओं को एक-एक अदद साड़ी-ब्लॉउज, बच्चों को एक-एक शर्ट-पैन्ट और बच्चियों के लिए एक-एक फ्रॉक-पैन्ट उपलब्ध कराई जाय.
इसके अतिरिक्त सभी महिलाओं के लिए सेनेटरी नैपकीन की व्यवस्था भी की जाए. लोगों को नहाने एवं कपड़ा धोने के लिए एक-एक साबुन, शैम्पू पाउच, तेल, कंघी, छोटा शीशा, दूध, पेस्ट और टूथ ब्रश उपलब्ध कराया जाए.
राहत केन्द्रों एवं विद्यालय क्वॉरन्टीन केन्द्रों में रह रहे व्यक्तियों को पका हुआ भोजन ,दो बार (दोपहर एवं शाम) उपलब्ध कराया जाय. इसके अतिरिक्त सुबह का नास्ता भी दिया जाना है. राहत केन्द्रों में रह रही महिलाओं एवं पुरुषों अगर भोजन तैयार करते हैं तो उन्हें मेहनातान मिलेगा. किसी भी हालत में बासी भोजन का इस्तेमाल न किया जाय. दूधः-छ: वर्ष तक के बच्चों सहित सभी व्यस्कों को दो वक्त (सुबह-शाम) मुहैया कराया जाय.