नई दिल्ली (एजेंसी). पीपुल्स लिबरेशन आर्मी कोरोना वायरस (Coronavirus) के मास्क म्यांमार में बेचकर पैसे इकट्ठा कर रहा है. कोरोना वायरस जहां एक तरफ लोगों की जान का दुश्मन बना हुआ है, वहीं दूसरी तरफ आतंकी संगठन इसमें भी अपने फायदे का सौदा देख रहे हैं. आतंकी संगठन कोरोना वायरस से बचाव करने वाले सर्जिकल मास्क को ऊंचे दामों पर बेचकर अपना संगठन चलाने के लिए पैसा इकट्ठा करना चाहते हैं. यह जानकारी तब सामने आई जब खुफिया एजेंसियों ने इस बाबत केंद्रीय गृह मंत्रालय को रिपोर्ट दी कि मणिपुर म्यांमार सीमा पर पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के आतंकी कैप्टन पंथोई ने भारतीय व्यापारियों को साफ तौर पर निर्देश दिए हैं कि ज्यादा से ज्यादा सर्जिकल मास्क वहां लाए जाएं जिससे उन्हें म्यांमार बॉर्डर पर ऊंचे दामों में बेचा जा सके.
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खुफिया एजेंसी के मुताबिक कैप्टन पंथोयी मणिपुर की आतंकवादी संगठन पीपुल्स लिबरेशन आर्मी यानी पीएलए के मोरे एरिया का कमांडर बताया जाता है. ये इलाका मणिपुर के टैग्नापोल जिले में पड़ता है. साथ ही यह आतंकी इस संगठन की रेवन्यू कमेटी का मेंबर भी है, जिसके जिम्मे में आतंकी संगठन के लिए ज्यादा से ज्यादा पैसा इकट्ठा करने का काम भी होता है.
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बता दें कि म्यांमार में जरूरत की लगभग सभी चीजें चीन से आती हैं. यहां तक कि खाने का सामान भी वहां चीन से ही आता है. ऐसे में म्यांमार बॉर्डर पर कोरोना वायरस का भय फैला हुआ है, क्योंकि वहां के लोगों को डर है कि जो सामान चीन के जरिए आ रहा है, उसी के जरिए कहीं कोरोना वायरस भी ना आ जाए. यही कारण है कि वहां पर सर्जिकल मास्क की मांग जोरों पर है और लोग उसके लिए ज्यादा से ज्यादा पैसा देने को तैयार हैं.
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खुफिया एजेंसियों के मुताबिक आतंकी संगठन इस स्थिति का फायदा उठाना चाहता हैं और यही कारण है कि उसने तमाम व्यापारियों को स्पष्ट तौर पर निर्देश दिए हैं कि सर्जिकल मास्क ज्यादा से ज्यादा संख्या में मोरे एरिया मे लाए जाएं जिससे उन्हें म्यांमार बॉर्डर इलाके में बेचा जा सके.
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गौरतलब है कि इस आतंकी संगठन के दो ट्रेनिंग कैंप म्यांमार के अंदर भी हैं और इस संगठन का संबंध पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से भी बताया जाता है. फिलहाल खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट के आधार पर भारतीय सुरक्षा बलों को निर्देश दिए गए हैं कि वह इसको लेकर उचित कार्रवाई करें.
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