नई दिल्ली (एजेंसी)| केंद्र सरकार के प्रदर्शन और भाजपा की विचारधारा को आक्रमक तरीके से जनता के बीच लेकर जाएँ. विपक्ष नेतृत्व, प्रदर्शन या विचारधारा पर हमसे नहीं लड़ सकता. महागठबंधन जांचा गया विफल विचार हैं. उक्ताशय के विचार केन्द्रीय वित्त मंत्री और भाजपा नेता अरुण जेटली ने राम लीला मैदान में दो दिवसीय भाजपा के राष्ट्रीय सम्मेलन के अंतिम दिन पार्टी के राजनीतिक संकल्प पर अपनी बात रखते हुए व्यक्त किये. उन्होंने हर विषय पर अपने विचार व्यक्त किये.
उन्होंने कहा कि झूठ पर आधारित गलत कहानियां गढ़ने को लेकर विपक्ष पर निशाना साधते हुए वित्तमंत्री अरुण जेटली ने शनिवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और पिछले पांच वर्षो में उनकी सरकार के प्रदर्शन पर अगले लोकसभा चुनाव के लिए एजेंडा तय करेगी और उसका नियंत्रण करेगी। यहां दो दिवसीय भाजपा राष्ट्रीय सम्मेलन के अंतिम दिन पार्टी के राजनीतिक संकल्प पर अपनी बात रखते हुए उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से भाजपा की विचारधारा के बुनियादी सिद्धांतों को आक्रामक तरीके से लोगों तक पहुंचाने और मोदी सरकार के प्रदर्शन को लेकर तथ्यों के माध्यम गलत कहानियां गढ़ने के विपक्ष के प्रयास को विफल करने को कहा।महागठबंधन पर उन्होंने कहा कि यह एक जांचा गया और विफल विचार है, जिसकी जिंदगी कुछ महीनों तक ही होती है। भारत जैसा एक आकांक्षी समाज ऐसे डरावने गठबंधन को कभी स्वीकार नहीं करेगा, जो पंगु नीतियों पर खड़ा है और जिसमें व्यक्तिगत नेताओं की महत्वाकांक्षाओं का टकराव होता है।
वे नेतृत्व, प्रदर्शन या विचारधारा पर भाजपा से नहीं लड़ सकते, इसलिए गठबंधन के सहारे हमसे लड़ने का प्रयास करेंगे। अगर लोग मोदी को अपने प्रधानमंत्री के रूप में स्वीकार करते हैं तो गठबंधन का सभी गणित विफल हो जाएगा और जमीनी स्तर पर सभी केमिस्ट्री मोदी को प्रधानमंत्री के रूप में वापस लाएगी। पिछली बार हमें 282 सीटें मिली थीं, इस बार हम उस आंकड़े को भी पार करेंगे।जेटली ने कहा कि अगले पांच महीने पूर्ण रूप से चुनावी महीने होंगे और प्रत्येक भाषण व प्रत्येक प्रतिनिधित्व चाहे वे समाचारपत्र हों या सोशल मीडिया, पार्टी कार्यकर्ताओं को ध्यान केंद्रित करना चाहिए कि भाजपा को चुनाव जिताने में कैसे मदद की जाए और मोदी को दोबारा प्रधानमंत्री कैसे बनाया जाए। हमें चुनाव प्रचार पर नियंत्रण करना होगा। हम लोकसभा चुनाव के लिए एजेंडा तय करेंगे। मैं आपसे आग्रह करता हूं कि इस दिशा में आक्रामक तरीके से आगे बढ़िए, क्योंकि (सरकार की) एक भी गलती आपको पीछे की ओर धकेल सकती है।
वित्तमंत्री ने कहा कि अगले चुनाव के लिए सबसे बड़ा एजेंडा एक सवाल है कि देश की सत्ता किसे मिलेगी। अगर प्रत्येक कार्यकर्ता यह तय कर ले कि चुनाव नेतृत्व के मुद्दे पर लड़ा जाएगा, तो दुनिया की कोई भी ताकत हमें नहीं हरा सकती। विपक्षी दलों के पास ऐसा कोई नेता नहीं है जो मोदी के कद से मेल खाता हो और इसलिए वे इस मुद्दे से ध्यान हटाने की कोशिश कर रहे हैं।उन्होंने कहा कि आगामी चुनावों के लिए एक और महत्वपूर्ण मुद्दा मोदी सरकार का प्रदर्शन है। जेटली ने कहा कि सरकार के कदमों की एक श्रृंखला के माध्यम से वास्तव में गरीबों को फायदा हुआ, जबकि पहले की सरकारें केवल नारे लगाती थीं।
विपक्षी दलों पर झूठ बोलकर बयान बदलने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि विपक्षी दल उस रणनीति का इस्तेमाल कर रहे हैं, चाहे वह राफेल की बात हो या कथित रूप से कुछ उद्योगपतियों की कर्जमाफी की। उन्होंने दावा किया कि वास्तव में प्रधानमंत्री मोदी ने 20 फीसदी सस्ता राफेल सौदा कर करोड़ों रुपये बचाए हैं और विपक्षी दल इस मुद्दे पर सर्वोच्च न्यायालय के अंतिम शब्दों के बाद भी इसे पचा नहीं पा रहा है। कुछ उद्योगपतियों की कथित कर्जमाफी पर उन्होंने कहा, `सरकार वास्तव में वह पैसा वापस ला रही है, जो पिछली सप्रंग सरकार में बाहर चला गया था। उन्होंने कहा, `झूठ हमेशा बरकरार नहीं रह सकता। हम प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व और हमारे प्रदर्शन की कहानियां बनाएंगे। मैं आप सभी से आग्रह करता हूं कि हमारी विचारधारा के बुनियादी सिद्धांतों से संबंधित मुद्दे लोगों तक आक्रामक तरीक से पहुंचाएं।