नई दिल्ली (एजेंसी). अयोध्या भूमि विवाद को लेकर सुप्रीम कोर्ट से क्या फैसला आएगा, ये किसी को नहीं पता लेकिन इस फैसले से पहले अयोध्या समेत पूरे उत्तर प्रदेश में हलचल बढ़ गई है. अयोध्या पर नवंबर के दूसरे हफ्ते में कभी फैसला आ सकता है. इस बीच अयोध्या मामले से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है. मुस्लिमों की सबसे बड़ी संस्थाओं में से एक जमीयत उलेमाए हिंद के अध्यक्ष अशरफ मदनी और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बीच मुलाकात हो सकती है.
सूत्रों के मुताबिक आज शाम चार बजे दिल्ली में दोनों के बीच मुलाकात होगी, इसमें मुद्दे तय किए जाएंगे. इतना ही नहीं दो दिन बाद दोनों नेता संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस को भी संबोधित कर सकते हैं. बता दें कि दो महीने पहले भी मदनी और भागवत की मुलाकात हो चुकी है. आज मदनी ने एक कार्यक्रम में खुद इसका जिक्र भी किया.
उन्होंने कहा, “मेरी मोहन भागवत से मुलाकात हुई. मै फक्र से कह सकता हूं कि हमने और उन्होंने ने भी हिन्दू मुस्लिम एकता को बनाए रखने की पहल की है. मोहन भागवत के बयानों में तब्दीली आई है, हमें आशा है कि आगे भी इसी तरह रहेगी.”
उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का निर्णय हमें मान्य होगा. अरशद मदनी ने कहा कि सबूतों और साक्ष्यों के आधार पर सुप्रीम कोर्ट जो भी निर्णय देगा वह हमें मान्य होगा. मदनी ने इस बीच सवाल भी कड़ा किया उन्होंने कहा कि कश्मीर से कन्याकुमारी तक लोग भय से पीड़ित हैं.
मदनी ने कहा, “मसला कानूनी है. 400 साल मौजूद मस्जिद का हमने कानूनी लड़ाई लड़ी है. हमे लगता है कि फैसला हमारे पक्ष में आएगा. लेकिन हमने हमेशा यही कहा है कि ये देश हमारा है, कोर्ट हमारा, कानून हमारा है. इसलिए हमने फैसला किया है कि कोर्ट जो भी आदेश देगा उसे माना जायेगा. इस मसले में देश के हर व्यक्ति से अपील है की फैसला चाहे जो भी हो लेकिन सभी को फैसले का सम्मान करना है और देश मे शांति बनाए रखे.”