जम्मू कश्मीर (एजेंसी)। इन दिनों कश्मीर का माहौल बहुत खराब चल रहा है। बावजूद इसके मंगलवार को बारामुला में आयोजित हुई सेना भर्ती परीक्षा में बहुत अधिक सख्या में युवाओं ने भाग लिया। लंबी कतार में खड़े युवाओं का कहना था कि अगर हमें सेना में मौका दिया जाता है तो हमें देश भक्ति के साथ ही साथ परिवार पालने का मौका भी मिल जायेगा।
कश्मीर घाटी के 500 सहित लगभग 1500 युवाओं ने भारतीय सेना की भर्ती अभियान में प्रतिस्पर्धा की ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वे एक गरिमापूर्ण जीवन जी सकें।
एक सेना अधिकारी, जिसने पूरी भर्ती प्रक्रिया की निगरानी की, ने कहा कि कश्मीर घाटी के लगभग 30,000 युवाओं ने हाल के दिनों में भारतीय सेना की भर्ती अभियान में भाग लिया।
उन्होंने कहा, “इससे पता चलता है कि कश्मीरी युवाओं के दिल में देशभक्ति है और सेना कश्मीरी युवाओं के लिए अधिक रिक्तियां बनाने की कोशिश कर रही है।”
इतने सारे कश्मीरी युवाओं के भारतीय सेना में शामिल होने के कारण के बारे में पूछे जाने पर कि घाटी में स्थिति अस्थिर है, अधिकारी ने कहा, “कश्मीरियों के बीच भारतीय सेना के लिए देशभक्ति और आकर्षण कोई नई बात नहीं है।”
ज्ञात हो कि एक तरफ पुलवामा अटैक के बाद जम्मू कश्मीर का माहौल ख़राब चल रहा है। तो दूसरी तरफ सेना के डिवीजन ऑफिस में भर्ती के लिए आये युवाओं को देखकर ये अनुमान लगाया जा सकता है कि देशभक्ति का जज्बा कश्मीरी खून में भी दौड़ रहा है। जरूरत है तो सिर्फ उन्हें सही मौका देने की। बता दें कि जम्मू-कश्मीर डिविजन में स्थित 181 इन्फैन्ट्री बटालियन के हेडक्वॉर्टर में 111 पदों के लिए यह परीक्षा आयोजित की गई थी।