मुंबई (एजेंसी). महाराष्ट्र में अभी कुछ दिन पहले संपन्न हुए विधानसभा चुनाव को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)-शिवसेना ने साथ मिलकर लड़ा था. मतदाताओं ने चुनाव में दोनों दलों को संयुक्त रूप से वोट दिया था. लेकिन 24 अक्टूबर को नतीजे आने के बाद मुख्यमंत्री के पद को लेकर दोनों पार्टियां एक दूसरे से अलग हो गईं.
अब शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाने की तैयारी कर रही है. शिवसेना के इस फैसले से औरंगाबाद का एक वोटर बहुत नाराज है. वह शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के खिलाफ केस दर्ज कराने गुरुवार को पुलिस स्टेशन पहुंच गया. उद्धव ठाकरे के खिलाफ औरंगाबाद के बेगमपुरा पुलिस ठाणे में शिकायत दर्ज करा दी है.
औरंगाबाद के रहने वाले रत्नाकर चौरे का आरोप है कि शिवसेना ने उनके और उनके परिवार के वोट के साथ धोखा किया. चौरे के मुताबिक चुनाव के दौरान शिवसेना विधायक प्रदीप जायसवाल, पूर्व सांसद चंद्रकांत खैरे और उद्धव ठाकरे ने सभा के दौरान उनसे वोट मांगे थे. दोनों पार्टियों (बीजेपी-शिवसेना) को एक मानते हुए न सिर्फ खुद शिवसेना के विधायक को वोट किया बल्कि परिवार के अन्य लोगों का वोट भी उन्हें दिलवाया. अब वह ठगा सा महसूस कर रहा है.
रत्नाकर चौरे ने विधानसभा चुनाव में हिंदुत्व के नाम पर वोट लेकर धोखाधड़ी देने का आरोप है. उसका कहना है कि चुनाव में हिंदुत्व के मुद्दे पर उद्धव ठाकरे, शिवसेना के पूर्व सांसद चंद्रकांत खैरे और प्रदीप जायसवाल ने वोट मांगे थे. शिवसेना और बीजेपी के गठबंधन को देखते हुए रत्नाकर चौरे ने वोट दिया था.