नई दिल्ली (एजेंसी)। भारतीय जनता पार्टी ने इस लोकसभा चुनाव में डिजिटल प्लेटफॉर्म पर सबसे ज्यादा विज्ञापन दिए। पार्टी ने गूगल से लेकर के फेसबुक पर कई करोड़ रुपये खर्च किए हैं। वहीं कांग्रेस ने इस मामले में बहुत कम पैसा खर्च किया है।
भाजपा ने गूगल और फेसबुक सहित अन्य सोशल मीडिया पर 20 करोड़ रुपये से ज्यादा का खर्च किया है। गूगल और उसकी सहयोगी कंपनियों पर पार्टी ने विज्ञापन देने के लिए 17 करोड़ रुपये खर्च किए। वहीं कांग्रेस पार्टी ने केवल 2.7 करोड़ रुपये किए। सभी दल केवल गूगल पर 27 करोड़ रुपये के विज्ञापन दे चुके हैं।
इस हिसाब से भाजपा ने कांग्रेस से करीब 500 फीसदी ज्यादा पैसा खर्च किया है। गूगल और फेसबुक ने फरवरी में घोषणा की थी कि वो दोनों चुनाव के दौरान विज्ञापन खर्च की जानकारी को समय-समय पर सार्वजनिक करेंगे।
भाजपा ने फरवरी से लेकर के 11 मई तक कुल चार करोड़ रुपये खर्च किए थे। वहीं कांग्रेस ने इस दौरान सोशल मीडिया वेबसाइट पर 1.3 करोड़ रुपये खर्च किए थे। कुल मिलाकर भाजपा ने कांग्रेस के मुकाबले 200 फीसदी ज्यादा पैसा खर्च किया है।
अभी चुनाव का आखिरी चरण बाकी है। इस चरण में ही वाराणसी में भी चुनाव होगा, जहां से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लड़ रहे हैं। वाराणसी में चुनाव को देखते हुए भाजपा डिजिटल प्लेटफॉर्म पर और पैसा खर्च कर सकती है।
पार्टी ने बुधवार तक केवल गूगल पर विज्ञापन देकर 17 करोड़ रुपये खर्च कर दिए हैं। विज्ञापन खर्च पर निगाह रखने वाले एक्सपर्ट का मानना है कि सभी पार्टियों ने इससे ज्यादा पैसा विज्ञापन पर खर्च किया है।
भाजपा के आधिकारिक पेज के अलावा फेसबुक पर पार्टी के समर्थन में कई ऐसे पेज चल रहे हैं, जो भी काफी पैसा खर्च कर रहे हैं। इनमें भारत के मन की बात, माई फर्स्ट वोट फॉर मोदी और नेशन विथ नमो शामिल हैं, जिन्होंने अभी तक कुल 4.5 करोड़ रुपया खर्च कर दिया है।
भाजपा व्हाट्सऐप पर भी अपना प्रचार काफी कर रही है। भाजपा के बाद डीएमके ने गूगल पर करीब चार करोड़ रुपये खर्च किए हैं। हालांकि एक्सपर्ट की मानें तो इस बार के चुनाव में सभी राजनीतिक दलों ने सोशल मीडिया पर काफी पैसा खर्च किया है, जिसका सही आकलन 23 मई के बाद पता चलेगा।